दिल्ली से सटे गुरुग्राम के सेक्टर 65 क्षेत्र में स्थित पायनियर प्रडेंसिया सोसाइटी से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने सभी निवासियों और आसपास के लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है. शनिवार शाम लगभग 5:30 से 5:50 बजे के बीच 5 वर्षीय रुद्रतेज़ सिंह 22वीं मंजिल से गिरकर दर्दनाक रूप से मौत का शिकार हो गया.
जानकारी के अनुसार, रुद्रतेज़ पार्क में खेलने के बाद अपनी केयरटेकर के साथ वापस 22वीं मंजिल पर स्थित फ्लैट की ओर लौट रहा था. जैसे ही वह फ्लैट के पास पहुंचा, मासूम तेज कदमों से भागते हुए अंदर दाखिल हो गया. इसी दौरान उसका हाथ मेन गेट से टकरा गया, जो ऑटो-लॉक सिस्टम से लैस था, और वह तुरंत बंद हो गया. ऐसे में केयरटेकर बाहर रह गई और बच्चा अंदर अकेला.
अचानक अकेले फंस जाने के कारण रुद्रतेज घबरा गया.मदद के लिए वह बालकनी में पहुंचा और कपड़े सुखाने वाली रॉड पर चढ़कर नीचे मौजूद लोगों को आवाज देने लगा. डर के माहौल और जल्दबाजी में उसका संतुलन बिगड़ गया और वह 22वीं मंजिल से नीचे गिर गया. घटना इतनी तेजी से हुई कि आसपास के लोग कुछ समझ ही नहीं पाए.बच्चे को नीचे गिरते देख स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और उसे नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद रुद्रतेज को मृत घोषित कर दिया. इस घटना ने परिवार और सोसाइटी दोनों को गहरे दुख में डाल दिया है.
मृतक बच्चे की पहचान रुद्रतेज सिंह के रूप में हुई है. उसके पिता प्रकाश चंद पेशे से बिल्डर हैं और मूल रूप से रेवाड़ी-धारूहेड़ा के रहने वाले हैं. परिवार बीते कई वर्षों से इस सोसाइटी में रह रहा था. हादसे के समय रुद्रतेज के माता-पिता घर पर मौजूद नहीं थे. बेटे की असामयिक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. घर में मातम पसरा है और माँ-बाप की आंखें भर-भर आ रही हैं.सोसाइटी के निवासियों के बीच भी सुरक्षा व्यवस्था और ऑटो-लॉक सिस्टम पर सवाल उठने लगे हैं. स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है और हादसे से जुड़े सभी पहलुओं को खंगाला जा रहा है. यह घटना एक बार फिर ऊंची इमारतों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है.