राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित 'एकता परेड' में नारी शक्ति, आत्मनिर्भर भारत और सैन्य ताकत का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिला, जहां महिला अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण दस्तों का नेतृत्व किया. परेड की कमेंट्री के अनुसार अब विदेशी नस्ल के कुत्तों की जगह 'देसी नस्ल के कुत्तों का ही इस्तेमाल किया जाता है' क्योंकि वे अभियानों के लिए ज्यादा स्टडी और बेहतर साबित हुए हैं. इस परेड में BSF के विश्व प्रसिद्ध ऊंट दस्ते ने भी हिस्सा लिया, जो राजस्थान सीमा पर ड्रग्स, हथियार और मानव तस्करी रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.