गुजरात के पूर्व DIG डीजी वंजारा ने राजनीतिक पारी शुरू करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि 2017 में चुनाव लड़ेंगे. वंजारा को साल 2007 में गुजरात सीआईडी ने इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में गिरफ्तार किया था. 9 साल तक जेल में रहने के बाद वंजारा फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर हैं. वंजारा से आज तक ने खास बातचीत की.
सवाल: जमानत पर आएं हैं क्या ट्रायल में बच पायेंगे?
जवाब: सही बात है ट्रायल चलना बाकी है, अभी बेल पर आए हैं और आगे ट्रायल फेस करेंगे, विश्वास है कि ट्रायल के बाद पूरी तरह से बरी हो जाएंगे. क्योंकि जब हम जेल में गए तो लोग बाते करते थे कि कभी बहार नहीं आएंगे. मुझे देश कि न्यायपालिका पर भरोसा है.
सवाल: राजनीतिक तौर पर आप किसे जिम्मेदार मानते हैं?
जवाब: 9 साल तक जेल रहने के लिए मैं किसी एक को जिम्मेदार नहीं मानता. गलत राजनीति की वजह से हम इसका शिकार बने.
सवाल: राजनीतिक दल को कैसे जिम्मेदार मानते हैं ये एनकाउंटर को गुजरात पुलिस ने किया था?
जवाब: जांच एजेंसियों ने कहा था कि ये फर्जी एनकाउंटर था. मैं अभी भी कहता हूं कि हमारे सभी एनकाउंटर सही थे. एक राजनीतिक साजिश के तहत गुजरात पुलिस को फंसाया गया.
सवाल: जेल में रहते हुए आपने खत लिखा था, उसमें क्या था?
जवाब: मैं जब जेल में था तब पत्र लिखा था. पूरी दुनिया को पता है कि मैंने क्या लिखा, मैं अतीत में नहीं जिता हूं और वर्तमान कि बात कुछ और है. एक दफा जो बोलता हूं या लिखता हूं उसपर कायम रहता हूं.
सवाल: आप आरएसएस की मीटिंग में गए थे?
जवाब: आरएसएस के एक कार्यक्रम में गया था लेकिन मेरी मुलाकात भागवत जी से नहीं हुई है.
सवाल: हमने खांखी में तो आपको देखा है क्या अब खादी में भी देखेंगे?
जवाब: जरुर देखेंगे, लेकिन अभी तक किस पार्टी में जाएंगे ये तय नहीं किया है. गुजरात में होने विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पारी की शुरुआत करेंगे.
सवाल: आपने अमित शाह के साथ काम किया था, कुछ उनके बारे में बताएं?
जवाब: कुछ लोगों का काम करने का तरीका अलग होता है. अमित भाई का काम करने का तरीका भी अलग है. राजनीति में कोई किसी का दोस्त या दुश्मन हमेशा के लिए नहीं होता है.
सवाल: नरेंद्र भाई कि सरकार को कैसे देखते हैं?
जवाब: नरेंद्र मोदी के नेतृत्व सरकार अच्छा काम कर रही है. ये एक राष्ट्रवादी सरकार है और सही दिशा में जा रही है.
सवाल: क्या NDA सरकार के दौरान आप पर लगे आरोप हट जाएंगे?
जवाब: हमारे ऊपर जो आरोप लगे हैं उससे मुक्त होने के लिए एक कानूनी प्रकिया है. इस कानूनी प्रक्रिया से सरकार का कोई लेना-देना नहीं है.
सवाल: देश को खतरा आतंकवाद से है या राजनेता से भी?
जवाब: आतंदवादी से तो देश को खतरा है ही, लेकिन राजनेता राष्ट्रीय सलामती को महत्व देने के बजाय जब अपने हित को साधते हैं. ऐसी परिस्थिति में जो राजनेता राष्ट्रीय सलामती से समझौता करते हैं वे देश के लिए ज्यादा खतरनाक हैं.
सवाल: आपने गुजरात में हालात को लेकर कोई बयान दिया था?
जवाब: मैंने गुजरात के हालात अच्छे नहीं है ऐसा नहीं कहा था. समय के साथ सबकुछ बदल रहा है और समाज में भी बदलाव की जरूरत होती है. वो बदलाव गुजरात में होने की गुंजाइश है.
सवाल: कई अधिकारी आपके खिलाफ सरकारी गवाह बन गए हैं?
जवाब: कानूनी प्रक्रिया तहत सभी को अपनी राय रखने का अधिकार है, जो अधिकारी ने गवाही दी है वो चार्जशीट में आया है. जिसने जो किया है उसके बारे में हमें कोई उनसे कोई शिकायत नहीं है.