गुजरात के गिर सोमनाथ जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. रविवार रात एक तेंदुए ने तीन साल की मासूम बच्ची को मौत के घाट उतार दिया. यह घटना रविवार रात करीब 9:30 बजे सुतरपाड़ा तालुका के मोरासा गांव में हुई, जब बच्ची अपने घर से बाहर हाथ धोने के लिए निकली थी.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मृत बच्ची मजदूर रमेश चावड़ा की बेटी थी. वह अपने परिवार के साथ खेत के किनारे झोपड़ी में रहती थी. रात के समय जब वह झोपड़ी से बाहर हाथ धोने के लिए निकली, तभी घात लगाए बैठे तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया और उसे अपने साथ खींच कर ले गया.
परिवार वालों ने जब बच्ची को नहीं पाया तो रातभर उसकी तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली. सोमवार सुबह करीब 7 बजे बच्ची का शव घर से लगभग 200 मीटर दूर झाड़ियों में पड़ा मिला. शव को देखकर अंदाजा लगाया गया कि बच्ची की मौत तेंदुए के हमले में हुई है.
वरावल रेंज के फॉरेस्ट ऑफिसर के.डी. पंपनिया ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि इस क्षेत्र में पहले भी तेंदुए की हलचल देखी गई थी. घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल कार्रवाई शुरू की. क्षेत्र में पांच पिंजरे लगाए गए, जिसमें एक तेंदुआ पकड़ा गया है. उसे नजदीकी एनिमल केयर सेंटर में ट्रांसफर कर दिया गया है.
वन विभाग ने स्थानीय ग्रामीणों से अपील की है कि वो रात के समय अपने बच्चों को अकेले बाहर न जाने दें और तेंदुए से बचाव के लिए सतर्क रहें. साथ ही विभाग द्वारा क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी गई है और अन्य तेंदुओं की मौजूदगी की जांच भी की जा रही है.