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सूरत में नौकरी घोटाले का खौफनाक अंत: 22 लाख की ठगी से तंग आकर बुजुर्ग ने की आत्महत्या, शराब माफिया सहित दो गिरफ्तार

सूरत में नगर निगम की नौकरी दिलाने के नाम पर हुआ 22 लाख रुपये का घोटाला एक बुजुर्ग की जान ले बैठा. मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर 59 वर्षीय चेतन पंचाल ने आत्महत्या कर ली. इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने शराब माफिया अशोक उर्फ डोकू राणा और उसके सहयोगी परिमल जरीवाला को गिरफ्तार किया है.

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मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली.(Photo: Screengrab)
मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली.(Photo: Screengrab)

गुजरात के सूरत शहर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. नगर निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपये की ठगी का शिकार हुए 59 वर्षीय बुजुर्ग चेतन पंचाल ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक शराब माफिया भी शामिल है.

मामला सूरत के महिधरपुरा थाना क्षेत्र का है. जानकारी के मुताबिक, कैटरिंग व्यवसाय से सेवानिवृत्त हुए चेतन पंचाल बेरोजगार थे. करीब छह महीने पहले उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई थी, जिसने दावा किया था कि वह नगर निगम में नौकरी दिला सकता है. उसने यह भी कहा कि यदि चेतन पंचाल नौकरी चाहने वालों को लेकर आएंगे, तो उन्हें भी लाखों रुपये का फायदा होगा. इस लालच में आकर चेतन ने अपने परिचित परिमल जरीवाला और शराब माफिया अशोक उर्फ डोकू राणा को इस योजना में शामिल किया.

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परिचितों ने चेतन पंचाल के माध्यम से उस अज्ञात व्यक्ति को 22 लाख रुपये सौंप दिए. लेकिन पैसे लेने के बाद वह व्यक्ति गायब हो गया और नौकरी दिलाने का वादा पूरा नहीं किया. इसके बाद, परिमल जरीवाला और अशोक राणा ने चेतन पंचाल पर पैसे लौटाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया. आरोप है कि दोनों ने चेतन से गाली-गलौज और धमकियों के जरिए रुपये वसूलने शुरू किए.

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दबाव में आकर चेतन ने अपनी पत्नी और बेटी के गहने बेचकर करीब 18 लाख रुपये लौटा भी दिए, लेकिन शेष 4 लाख रुपये के लिए आरोपी लगातार दबाव डालते रहे. घर में आए दिन गालियां और धमकियों से परिवार का माहौल बिगड़ गया. बताया जाता है कि प्रताड़ना के कारण चेतन पंचाल की पत्नी बीमार पड़ गईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

बेटे को मोबाइल पर सुसाइड नोट भेजा

आखिरकार 30 अगस्त को चेतन पंचाल ने अपने घर की छत पर जाकर जहर खा लिया. उनकी बेटी जब क्लिनिक से घर लौटी तो उसने पिता को अचेत पाया और पास में जहर की शीशी भी मिली. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मरने से पहले चेतन पंचाल ने अपने बेटे को मोबाइल पर एक व्हाट्सएप संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने आत्महत्या का कारण बताया. इस सुसाइड नोट में परिमल जरीवाला और अशोक राणा का नाम लेते हुए लिखा गया कि उनकी प्रताड़ना के कारण वे यह कदम उठा रहे हैं.

बेटी की शिकायत और सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया. सूरत पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. डीसीपी राघव जैन ने बताया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की गई है और जांच जारी है.

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नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

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