सरकार के साथ बातचीत के बावजूद गुजरात फेयर प्राइस शॉप और केरोसिन लाइसेंस होल्डर का ग्राहकों के साथ विवाद नहीं सुलझा है, जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी ने हड़ताल का ऐलान किया है. गुजरात फेयर प्राइस शॉप ऑनर्स के अध्यक्ष प्रह्लाद मोदी ने घोषणा की कि सभी दुकानदार एक मार्च से हड़ताल पर जा रहे हैं.
दरअसल, मंगलवार को गुजरात खाद्य आपूर्ति विभाग के साथ मीटिंग हुई, जिसमें प्रह्लाद मोदी ने हिस्सा लिया. हालांकि यह मीटिंग बेनतीजा रही. इसके बाद गुजरात फेयर प्राइस शॉप ऑनर्स के अध्यक्ष प्रह्लाद मोदी ने एक मार्च से हड़ताल का ऐलान किया. गुजरात में इस हड़ताल की वजह से दो करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे. सिर्फ अहमदाबाद में ही पांच लाख लोगों पर इसका असर होगा.
मामले में प्रह्लाद मोदी का कहना है कि सरकार ने खाद्य आपूर्ति की जो व्यवस्था बनाई है, उसमें कई सारी खामियां हैं. सरकार ने एक फरवरी से आधार कार्ड और राशन कार्ड को लिंक कर दिया है. हालांकि सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ी की वजह से लोगों का डाटा मैच नहीं कर रहा है, जिसके चलते दुकानदारों और ग्राहकों के बीच विवाद हो रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार को पुरानी व्यवस्था को भी जारी रखना चाहिए था, ताकि किसी को कोई दिक्कत न हो. प्रह्लाद मोदी ने यह भी कहना है कि नई व्यवस्था की वजह से लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है. सरकार इस समस्या का जल्द से जल्द हल निकाले या फिर मैनुअल सिस्टम शुरू करे.
सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात में सस्ते अनाज की दुकान को 85 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से कमीशन मिलता है, जबकि राजस्थान व दिल्ली में 200 रुपये, महाराष्ट्र में 150 रुपये और गोवा में 230 रुपये प्रति क्विंटल की दर से कमीशन मिलता है. उन्होंने कहा कि वो पूरे देश में एक समान कमीशन की मांग कर रहे हैं. वहीं, अगर होली से ठीक पहले एक मार्च को सस्ते अनाज के दुकानदार हड़ताल पर जाते हैं, तो सबसे ज्यादा परेशानी गरीब परिवारों को होगी. उनके त्योहार में भी बाधा पैदा हो सकती है.