गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘माताओं और बहनों’ की सुरक्षा को भारतीय समाज के समक्ष एक बड़ा मुद्दा बताते हुए कहा कि यदि महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस करती हैं तो भारतीय पुरुषों को स्वयं को ‘मर्द’ कहने का कोई अधिकार नहीं है.
मोदी ने नवनिर्मित जिला छोटा उदयपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘सीता और सावित्री के देश में माताओं और पुत्रियों की सुरक्षा भारतीय समाज में एक बड़ा सवाल है.’ उन्होंने नवगठित जिले के लिए स्वयं को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैं कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन मैं पुरुषों से पूछना चाहता हूं कि हमारी मौजूदगी के बावजूद हमारी बहनें शांतिपूर्ण जीवन क्यों नहीं जी पा रही हैं..: ऐसा क्यों है: हमारी बहनें घर में अकेली क्यों नहीं रह पातीं.’
उन्होंने कहा, ‘यदि ऐसा है तो हमें स्वयं को पुरुष कहलाने का कोई अधिकार नहीं है. हमें अपने को मर्द कहने का भी कोई अधिकार नहीं है. हमें शर्म से डूब मरना चाहिए.’ भाजपा के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष मोदी ने यद्यपि हाल की घटनाओं जैसे मुम्बई गैंगरेप और आसाराम के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बारे में कोई उल्लेख नहीं किया.
मोदी ने यद्यपि उन लोगों का उपहास उड़ाया जो लोग इन घटनाओं के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराते हैं. उन्होंने कहा, ‘दूषित मानसिकता वाले कुछ पुरुष ऐसे कृत्यों के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराते हैं. महिलाओं का कोई दोष नहीं है.. दोष पुरुषों के दूषित दिमाग में है. समाज को ऐसी दूषित मानसिकता के खिलाफ लड़ना होगा.’
मोदी ने कहा, ‘महिलाओं और बेटियों का उत्पीड़न समाज पर एक धब्बा है जिसके खिलाफ समाज को लड़ना चाहिए. समाज को इस धब्बे से छुटकारा पाना चाहिए. हमें इस धब्बे से छुटकारा पाने के लिए एक सामूहिक जिम्मेदारी उठानी चाहिए.’ उन्होंने साथ ही कहा कि यह देश कभी भी ऐसा नहीं था. ये दूषित मानसिकताएं वे नहीं हैं जिनसे भारत सम्बद्ध है.’ मोदी ने इस मौके पर यूपीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि गत 60 वर्षों से झूठे वादे करने वालों के विपरीत उनकी सरकार ने अपने वादे पूरे किये.
छोटा उदयपुर जिला वडोदरा से काटकर बनाया गया है. उन्होंने इस मौके पर कहा, ‘राज्य का पूरा महकमा आपकी सेवा के लिए आ गया है. गरीबों और हाशिये पर रहने वालों को इससे काफी लाभ मिलेगा.’ उन्होंने स्थानीय किसानों को अगले महीने आयोजित होने वाले वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक कृषि मेला में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि कृषि में नवीनतम खोज, उपकरण और सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणाली का प्रदर्शन किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘किसानों को ऐसे मेले के लिए इस्राइल की यात्रा करनी पड़ती लेकिन गुजरात साकार ने इसका आयोजन गुजरात में करने का निर्णय किया ताकि किसानों को इतनी दूर की यात्रा नहीं करनी पड़े.’ छोटा उदयपुर उन सात जिलों में शामिल है जिनका गठन इस वर्ष 15 अगस्त को किया गया. इसमें छोटा उदयपुर, संखेड़ा, नसवाड़ी, कावंत और जेतपुर पावी तहसीलें हैं.