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IPS अधिकारी ने CBSE के इंटरनल मार्क्स सिस्टम पर खड़े किए सवाल

गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी ओर अहमदाबाद के जॉइंट पुलिस कमिश्नर विपुल अग्रवाल ने अपनी बेटी के 10वीं सीबीएसई के नतीजों को लेकर बोर्ड के इंटरनल मार्क्स सिस्टम पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं.

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आईपीएस ऑफिसर विपुल अग्रवाल
आईपीएस ऑफिसर विपुल अग्रवाल

सीबीएसई के 10वीं के नतीजे घोषित होने के बाद गुजरात के आईपीएस अधिकारी ने सीबीएसई के इंटरनल मार्क्स सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं. इस मामले में उन्होंने सीबीएसई को पत्र भी लिखा है.

गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी ओर अहमदाबाद के जॉइंट पुलिस कमिश्नर विपुल अग्रवाल ने अपनी बेटी के 10वीं सीबीएसई के नतीजों को लेकर बोर्ड के इंटरनल मार्क्स सिस्टम पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. आईपीएस विपुल अग्रवाल ने बोर्ड की अध्यक्ष अनीता करवाल को पत्र लिखा है और उसमें दो अलग-अलग मार्कशीट के जरीए दिखाने की कोशिश की है कि कैसे मार्क्स पूरे होने के बावजूद उनकी बेटी के नंबर कम आए हैं क्योंकि इंटरनल मार्क्स कम थे.

वहीं विपुल अग्रवाल ने इसे लेकर बोर्ड को कुछ सुझाव भी दिए हैं, विपुल अग्रवाल ने बोर्ड को लिखा है कि, स्कूल के जरीए दिए जाने वाले इंटरनल मार्क्स के लिए भी बोर्ड को एक कमेटी बनानी चाहिए. बोर्ड को स्कूल पर निगाह रखनी चाहिए और जिन छात्रों के एक्सटर्नल मार्क्स कम हैं, लेकिन इंटरनल मार्क्स 20 में से 20 आते है तो ऐसे स्कूल का क्राइटेरिया भी तैयार करना चाहिए.

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आईपीएस विपुल अग्रवाल कि मांग है कि बोर्ड को स्कूल के लिए कुछ नियम बनाने चाहिए. जिसके आधार पर ही इंटरनल मार्क्स तय होने चाहिए. हालांकि अब तक उनकी शिकायत पर बोर्ड की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

इस बार त्रिवेंद्रम रीजन ने सर्वाध‍िक स्कोर हासिल कर सभी क्षेत्रों में टॉप किया है. त्रिवेंद्रम ने 99.85 % स्कोर रहा. वहीं 80.97 फीसदी अंक के साथ दिल्ली नौवें स्थान पर है. बता दें इस साल 12वीं के परिणामों में भी त्रिवेंद्रम ने पहला स्थान हासिल किया था. पिछले साल सीबीएसई बोर्ड में त्रिवेंद्रम का स्कोर 99.60 फीसदी था. सीबीएसई 10वीं बोर्ड का ओवरऑल पास पर्सेंटेज 91.1% है.

इस साल 10वीं के परिणाम में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल यह आंकड़ा 86.07 प्रतिशत था, जो कि इस साल बेहतर है. दूसरे स्थान पर 99 फीसदी अंक के साथ चेन्नई है. जबकि 80.97 फीसदी के साथ दिल्ली नौंवें स्थान पर है. इस साल परीक्षा में कुल 13 छात्रों  ने पहले स्थान पर कब्जा जमाया है. वहीं दूसरे स्थान पर 25 और तीसरे स्थान पर 58 छात्र रहे.

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