
गुजरात के पोरबंदर में दर्दनाक हादसा हो गया है जहां पर एक सीमेंट फैक्ट्री में चिमनी मरम्मत के दौरान सात मजदूर मलबे में दब गए. मौके पर पहुंची राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की दो टीमों ने पूरी रात रेस्क्यू किया. इस हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई है. एनडीआरएफ ने तीन मजदूरों को सुरक्षित रेस्क्यू किया है.
बताया गया है कि सीएम विजय रुपाणी ने घटना का तुरंत संज्ञान लिया और जिलाधिकारी से बात कर जमीनी हकीकत के संबंध में जानकारी ली. मौके पर रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ को भेजा गया. अंधेरे की वजह से एनडीआरएफ के जवानों को रेस्क्यू ऑपरेशन में थोड़ी परेशानियां आईं लेकिन अंधेरा थोड़ा छंटते ही मलबे में दबे मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया.
चिमनी मरम्मत के दौरान बड़ा हादसा
बताया जाता है कि ये घटना गुरुवार शाम को उस समय हुई जब कई मजदूर राणावाव के पास सौराष्ट्र सीमेंट कंपनी में काम कर रहे थे. वे एक चिमनी की मरम्मत कर रहे थे कि तभी वो चिमनी उन पर जा गिरी. ये घटना इतनी जल्दी हुई कि किसी भी मजदूर को खुद को बचाने का मौका नहीं मिला और सात लोग मलबे में दब गए.
7 मजदूर फंसे, मौके पर NDRF
हादसे की सूचना पर जिला प्रशासन तुरंत एक्टिव मोड में आ गया. मौके पर एम्बुलेंस और दमकल की गाड़ियों को भी भेज दिया गया. सभी मजदूरों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए मौके पर एनडीआरएफ को भी भेजा गया. हालांकि, इस हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई है.

बताया ये भी गया है जिस चिमनी की मरम्मत की जा रही थी वो 85 मीटर लंबी थी. ऐसे में जब वो गिरी तो भारी मात्रा में मलबा गिरा और मजदूर उसमें फंस गए. अभी के लिए सीएम विजय रुपाणी ने कलेक्टर अशोक शर्मा से बात कर ली है. उन्हें कलेक्टर द्वारा पल-पल की जानकारी दी जा रही है.