इजरायल की ओर से भारत को दिया गया ‘डिसेलिनेशन कार' का नया तोहफा कच्छ के रण में तैनात बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जवानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा. गल मोबाइल नाम का ये वाहन मुश्किल हालात में ड्यूटी देने वाले जवानों के लिए पीने के पानी की कोई कमी नहीं आने देगा. ‘गल मोबाइल’ में समुद्र के पानी से नमक को हटा कर उसे पीने लायक और शुद्ध बनाने की क्षमता है.
PAK सीमा पर होगी तैनाती
बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक ‘गल मोबाइल' गुजरात पहले ही पहुंच चुका है और राज्य सरकार की देखरेख में है. इसे 17 जनवरी को बीएसएफ को सौंपा जाएगा. ‘गल मोबाइल’ को भारत-पाकिस्तान सरहद के पास राजस्थान के बनासकांठा जिले में स्थित सुईगाम में बीएसएफ को सौंपा जाएगा. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बुधवार को अहमदाबाद पहुंच रहे हैं.
कच्छ के रण में तैनात जवानों को भीषण गर्मी, नमक के तूफान, शुष्क मौसम, सांप के काटने जैसी अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन जवानों के लिए शुद्ध पीने के पानी की आपूर्ति सबसे मुश्किल काम होती है.

पानी शुद्ध करने की क्षमता
‘गल मोबाइल’ एक दिन में 20,000 लीटर पानी को शुद्ध करने की क्षमता रखता है. सूत्रों ने बताया कि अगर पानी ज्यादा दलदला है तो हर दिन ये वाहन 4000 लीटर पानी ही शुद्ध कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक इस वाहन को प्रशिक्षित स्टाफ के साथ सरहद पर अधिक से अधिक चौकियों तक भेजा जाएगा. अभी तक इन चौकियों पर टैंकर्स के माध्यम से पीने का पानी पहुंचाया जाता है. कई जगह पाइप लाइनों से भी इसकी सप्लाई होती है. सूत्रों के मुताबिक भविष्य में कई 'गल मोबाइल' भारत में काम करते देखे जा सकते हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते साल जुलाई में इजरायल के दौरे पर गए थे तो नेतन्याहू ने ‘डिसेलिनेशन कार’ की अद्भुत टेक्नोलॉजी को उन्हें दिखाया था. वहां डोर के ओल्गा बीच पर ‘गल मोबाइल’ की ओर से शुद्ध किए गए पानी को मोदी और नेतन्याहू दोनों ने चखकर देखा था.
तब पीएमओ ने ट्वीट किया था- ‘गल मोबाइल पानी शुद्ध करने का ऐसा वाहन है जो उच्च गुणवत्ता का पानी तैयार करता है. ये बाढ़, भूकंप, मुश्किल हालात में जवानों की तैनाती के दौरान, ग्रामीण इलाकों में पीने का शुद्ध पानी मुहैया कराने में बहुत उपयोगी साबित हो सकता है.’तो अब पीएम मोदी के इजरायली दोस्त नेतन्याहू ये खास तोहफा भारत को सौंपने जा रहे हैं.