गुजरात के खेड़ा जिले के कपड़वंज तहसील से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली दर्दनाक घटना सामने आई है. यहां एक पिता ने अपनी 7 साल की बेटी को नर्मदा नहर में फेंककर उसकी हत्या कर दी, क्योंकि उसे बेटा चाहिए था. इस निर्मम घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है., फिलहाल, पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, यह घटना कपड़वंज तहसील के चेलावत गांव निवासी अंजनाबेन और विजय सोलंकी के परिवार की है. 35 वर्षीय अंजनाबेन की शादी 11 साल पहले विजय सोलंकी से हुई थी. शादी के बाद उन्हें दो बेटियां हुईं, जिसका नाम भूमिका (7) और हेतल (3) रखा. लेकिन विजय को बेटियों से नफरत थी और बेटे की चाहत उसे अंदर ही अंदर क्रूर बना चुकी थी. बेटे की लालसा ने विजय को इतना अंधा कर दिया कि उसने एक दिन अपनी ही बेटी को मौत के घाट उतारने की साजिश रच डाली.
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10 जुलाई की रात को विजय ने अंजना और बड़ी बेटी भूमिका को दीपेश्वरी माता के दर्शन के बहाने बाइक पर साथ ले गया. लौटते समय कपड़वंज के वाघावत इलाके में स्थित नर्मदा नहर पुल पर वह रुका और अचानक ही भूमिका को नहर में फेंक दिया. जब अंजना ने विरोध किया तो विजय ने उसे तलाक देने की धमकी दी और उसे बाइक पर उसके मायके छोड़ आया.
अगली सुबह अंजनाबेन ने जब बेटी की तलाश की तो बेटी की चप्पलें उसी जगह मिलीं और बाद में पुलिस ने पास ही से भूमिका का शव बरामद किया. प्रारंभ में विजय ने दावा किया कि बेटी मछलियां देखने के दौरान नहर में गिर गई, लेकिन अंजनाबेन ने हिम्मत दिखाते हुए अपने भाइयों को सच्चाई बताई. इसके बाद आंतरसुबा थाने में विजय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई.

पुलिस अधीक्षक राजेश गढ़िया के अनुसार, पूछताछ के दौरान विजय ने जुर्म कबूल कर लिया है. उसने यह भी बताया कि बेटा न होने की वजह से वह मानसिक रूप से परेशान रहता था और इसी कारण उसने बेटी को मारने की योजना बनाई थी. पुलिस ने आरोपी विजय को गिरफ्तार कर लिया है और अंधविश्वास की आशंका पर भी जांच कर रही है.