बहुत जल्द आप फर्राटा भरते हुए दिल्ली से गुड़गांव जा सकेंगे. आपको न किसी रोकटोक का सामना करना पड़ेगा और न ही कोई टोल टैक्स देना होगा. शुक्रवार को इसके लिए रास्ता साफ हो गया.
अब तक इस टोल के कारण गाड़ियों की लंबी-लंबी लाइनें लगती थीं और लोगों को आने-जाने में काफी समय लगता था जिससे इस राजमार्ग को बनाने का मकसद ही नाकाम हो गया. शुरू में दावा किया गया था कि गुड़गांव से दिल्ली इस रास्ते से महज 20 मिनट में पहुंचा जा सकेगा. लेकिन इस टोल के कारण लोगों को घंटों तक इंतज़ार करना पड़ता था.
बताया जाता है कि शुक्रवार को इस राजमार्ग का काम काज देखने वाली कंपनी दिल्ली-गुड़गांव सुपर कनेक्टिविटी लिमिटेड (डीजीएससीएल) और उसे कर्ज देने वाली कंपनियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को इस आशय का एक संयुक्त पत्र लिखा. इसके बाद से एनएचएआई इस राजमार्ग को टोल मुक्त करने के काम में जुट गई है. इसे चलाने के लिए एक नई कंपनी बनानी होगी. अब यहां के 32 लेन वाले टोल प्लाजा को बंद कर दिया जाएगा. अब यात्रियों को मानेसर के पास ही टोल देना होगा.
पिछले दो सालों से एनएचएआई, हाईवे ऑपरेटर और कर्जदारों के बीच इसे लेकर रस्साकशी हो रही थी. उनेक आपसी मतभेद के कारण वहां पर गतिरोध पैदा हो गया था. कई बार तो अदालत तक को हस्तक्षेप करना पड़ा.
ऑपरेटर के खिलाफ भी कई तरह की शिकायतें आईं जिनमें से कई पेंडिंग हैं. दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंसेज विंग ने भी इसके खिलाफ मामला दर्ज कर रखा है. आरोप है कि इसने चुंगी की वसूली जितनी की उससे कम कागजों में दिखाया है.