देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना (Corona) के सुधरते हालात के बीच स्कूल खोलने का फैसला ले लिया गया है. लेकिन ऐसे में एक सवाल उठ रहा है कि पढ़ाई शुरू होने के बाद दिल्ली के स्कूलों में चल रहे वैक्सीनेशन (Vaccination) सेंटर्स का क्या होगा? आजतक ने जब दिल्ली सरकार से इस बारे में जानकारी ली, तो बताया गया कि स्कूलों में चल रहे वैक्सीनेशन सेंटर्स और राशन बांटने (ration distribution) का काम पढ़ाई के साथ साथ जारी रहेगा.
दिल्ली में सरकार 1 सितंबर से चरणबद्व तरीके से स्कूल (School reopen in Delhi) खोलने जा रही है. अभी दिल्ली के ज्यादातर सरकारी स्कूलों में वैक्सीनेशन सेंटर चलाए जा रहे हैं. यानी स्कूल में बने कमरों का वैक्सीन लगाने से लेकर वैक्सीन लगवा चुके लोगों के लिए वेटिंग रूम के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा दिल्ली में राशन बांटने के लिए भी 272 सरकारी स्कूल के भीतर कैम्प लगाए गए हैं. यहां स्कूल के कमरों में राशन भी रखा जाता है.
सीएम केजरीवाल ने किया साफ
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) ने पूरे मामले में स्पष्ट कर दिया है कि स्कूलों में जहां-जहां राशन बांटने और वैक्सीनेशन का चल रहा है वो नही रुकेगा और चलता रहेगा. अरविंद केजरीवाल ने कहा 'क्योंकि अभी चार(9वी से 12वी) ही क्लासेस खुल रही हैं तो जगह की बहुत ज्यादा प्रॉब्लम नहीं है. साथ ही ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी कि बच्चे अन्य लोगों के कॉन्टेक्ट में ना आएं.
स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं बच्चे- डिप्टी सीएम
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि 1 सितंबर से स्कूल खोलने की तैयारी है. स्कूल, कॉलेज के अलावा कुछ संस्थान खुलेंगे और उसकी बकायदा SOP जारी होगी. किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा. अगर कोई बच्चा स्कूल नहीं आना चाहता तो उसको ऑनलाइन क्लास की सुविधा भी दी जाएगी. स्कूलों में चल रहे वैक्सीनेशन सेंटर के बारे में पूछने पर मनीष सिसोदिया ने बताया कि जहां-जहां स्कूलों में वैक्सीनेशन चल रहा है, उसकी पूरी समीक्षा कर ली गई है.
सिसोदिया ने कहा कि कुछ ऐसे वैक्सीनेशन सेंटर हैं जहां ज्यादा क्लासरूम वैक्सीनेशन के काम में इस्तेमाल की जा रही हैं, उनको कम कर लेंगे. लेकिन क्योंकि अभी 9वीं से 12वीं के लिए ही स्कूल खोले जा रहे हैं, तो हमारे पास काफी जगह है. वैक्सीनेशन सेंटर अभी चलते रहेंगे, क्योंकि क्लासरूम काफी हैं और नए भी बन गए हैं तो रूम की कमी नहीं है.
तीसरी लहर की संभावना के बीच स्कूल खोलने पर क्या बोले केजरीवाल
एक तरफ देश की राजधानी में कोरोना संक्रमण दर लंबे समय से 1% से कम दर्ज हो रही है. वहीं, केरल में बढ़ते मामलों और तीसरी लहर की संभावना के बीच स्कूल खोलने के निर्णय पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में स्थिति कंट्रोल में है. एक समय पेरेंट्स को भी यह चिंता थी वह कहते थे कि हमें बच्चों की चिंता है अभी स्कूल मत खोलना. लेकिन अब पेरेंट्स भी आकर कहते हैं कि जल्दी-जल्दी स्कूल खोलें ताकि बच्चों की पढ़ाई शुरू हो सके.
केजरीवाल ने कहा, अभी दिल्ली में 30-40 केस आ रहे हैं. हम रोज 70 हजार टेस्ट कर रहे हैं. स्थिति अभी कंट्रोल में है. हम कोरोना पर लगातार नजर रखेंगे. स्कूल धीरे-धीरे खोल रहे हैं अगर दोबारा बंद करने की जरूरत पड़ी, तो उस हिसाब से फैसला लेंगे. लेकिन स्थिति अगर सामान्य रहती है और तीसरी लहर नहीं आती, तो अच्छी बात है. सारे स्कूल कॉलेज खुल जाएंगे.
900 सेंटर्स पर लग रही वैक्सीन
दिल्ली में 900 से ज्यादा सरकारी वैक्सीनेशन साइट्स पर वैक्सीन लगाई जा रही है. इनमें सरकारी स्कूल, सरकारी अस्पताल के अलावा डिस्पेंसरी भी शामिल है. दिल्ली सरकार के स्कूलों में वैक्सीनेशन सेंटर बड़ी संख्या में बनाए गए हैं. कई स्कूलों में 3 से 4 साइट्स पर भी वैक्सीन लगाई जा रही है. अनुमान है कि सरकारी स्कूल की संख्या कुल सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर के 50 फीसदी से अधिक है.
दिल्ली में 1.30 करोड़ लोगों को लगी वैक्सीन
देश की राजधानी में वैक्सीनेशन भी रफ्तार पकड़ चुका है. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में अब तक एक करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में दूसरा डोज 30 लाख से ज्यादा लोगों को लगाया जा चुका है. कुल मिलाकर दिल्ली की व्यस्क आबादी को वैक्सीन लग चुकी है. कल जब देशभर में रिकॉर्ड वैक्सीनेशन हुआ तो दिल्ली में डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगी थी.