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दिल्ली: सीलिंग के खिलाफ फिर सड़कों पर उतरे व्यापारी

व्यपारियों का ये भी कहना है कि 2009 में मॉनिटरिंग कमेटी द्वारा ये कहा गया था कि ये पूरी मार्किट लीगल है और मार्किट में कोई अतिक्रमण नहीं है लेकिन अब मॉनिटरिंग कमेटी निगम पर दबाव बनाकर हमारी दुकानों को सील करवा रही है.

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व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन
व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के कई इलाकों में मॉनिटरिंग कमेटी द्वारा की जा रही सीलिंग के खिलाफ दिल्ली के मार्बल मार्किट के व्यापारियों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध करने वाले व्यापारियों का कहना था कि राजोरी गार्डन की ये मार्किट पिछले 50 सालों से बनी हुई है और दिल्ली नगर निगम इस मार्किट के दुकानदारों की दुकानों को इसलिए सील कर रही है कि उन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है जो कि पूरी तरह से गलत है.

व्यपारियों का ये भी कहना है कि 2009 में मॉनिटरिंग कमेटी द्वारा ये कहा गया था कि ये पूरी मार्किट लीगल है और मार्किट में कोई अतिक्रमण नहीं है लेकिन अब मॉनिटरिंग कमेटी निगम पर दबाव बनाकर हमारी दुकानों को सील करवा रही है, जिसको लेकर आज हम व्यापारी सड़कों पर हैं. व्यापारियों का ये भी कहना था कि इस मार्किट के सभी दुकानदार कई वर्षों से टैक्स देते आ रहे हैं चाहे वो कंवर्जन टैक्स हो या फिर पार्किंग टैक्स लेकिन फिर भी हमारी दुकानों को सील किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से गलत है.

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वहीं दुकानदारों ने मॉनिटरिंग कमेटी की खिलाफ विरोध करते हुए नगर निगम और मॉनिटरिंग कमेटी का पुतला भी फूंका, हालांकि सीलिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट सख्त है और इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 18 जुलाई को डीडीए और नगर निगम के कमिश्नर को तलब किया है और जवाब मांगा है कि वो सीलिंग क्यों नहीं कर रहे हैं.

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