दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा एक बार फिर जहरीली हो गई है और हवा का एक्यूआई लेवल "बहुत खराब" से "गंभीर" श्रेणी में पहुंच गया है. दमघोंटू हवा की वजह से राजधानी में लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है.
दिल्ली-एनसीआर में हवा का क्वालिटी (AQI) लेवल 400 तक पहुंच चुका है जो गंभीर श्रेणी में आता है. वहीं हवा में PM 2.5 (धूलकण की मात्रा) 258 तक पहुंच चुकी है जबकि सामान्य तौर पर इसे 250 तक होना चाहिए.
इसको लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीटिंग की और बताया कि अभी भी राजधानी में हवा का स्तर बेहद खराब है. उन्होंने कहा कि प्रदूषण में पराली योगदान सिर्फ 2% होने के बावजूद स्थिति गंभीर है.
सीएम केजरीवाल ने मीटिंग के बाद साफ कर दिया कि प्रदूषण को देखते हुए निर्माण कार्य और ट्रकों के दिल्ली प्रवेश पर प्रतिबंध जारी रहेगा. इतना ही नहीं इस दौरान स्कूल भी बंद रहेंगे और दिल्ली सरकार के अधिकांश कार्यालय वर्क फ्रॉम होम मोड पर काम कर रहे हैं.
बता दें कि बीते 20 दिनों से प्रदूषण की मार झेल रहे दिल्ली-एनसीआर में लोगों को हवा में थोड़ी सुधार से राहत मिली थी जिसके बाद सरकार ने निर्माण कार्य को छूट दे दी थी.
दिल्ली सरकार ने बीते दिनों प्रदूषण का स्तर थोड़ा कम होने पर सरकार ने निर्माण कार्यों को शुरू करने की इजाजत दे दी थी. सरकार ने इसके पीछे तर्क दिया था कि अगर कंस्ट्रक्शन वर्क को ज्यादा वक्त के लिए रोक दिया गया तो दिल्ली में मजदूरों के लिए रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा.
दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने बीते दिनों सीईसी रिपोर्ट का हवाला दिया था जिसमें कहा गया है कि दिल्ली में 31 फीसदी प्रदूषण आंतरिक कारणों से जबकि 69 फीसदी प्रदूषण सटे हुए दूसरे राज्यों की वजह से होता है. इसमें पराली जलाना एक बड़ी वजह है.
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