देश की राजधानी दिल्ली के संगम विहार में 11वीं की एक छात्रा को 25 अगस्त की दोपहर 2:30 बजे अरमान अली नाम के आरोपी और उसके साथियों ने गोली मार दी थी. वह गोली अभी भी पीड़ित छात्रा के शरीर के अंदर है. डॉक्टरों का कहना है कि गोली दो हड्डियों के बीच फंसी है. घाव होने की वजह से उसे फिलहाल नहीं निकाला जा सकता. जब घाव ठीक हो जाएगा, उसके बाद सर्जरी की जाएगी. इसके लिए छह महीने से एक साल का वक्त लग सकता है.
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने पीड़िता की जान लेने के इरादे से बेहद करीब से उस पर गोली चलाई थी, लेकिन गनीमत रही कि गोली बाएं कंधे के ऊपरी हिस्से में लगी और पीड़िता की जान बच गई. बच्ची के शरीर में गोली दो हड्डियों के बीच कुछ इस तरह जाकर फंस गई कि डॉक्टर उसे फिलहाल नहीं निकाल सके हैं.
पीड़ित छात्रा के पिता ने बताया कि डॉक्टरों ने कहा है कि जब गोली का घाव पूरी तरह ठीक हो जाएगा, इसमें करीब 6 महीने से लेकर 1 साल तक का समय लग सकता है, उसके बाद सर्जरी करके इस गोली को निकाल दिया जाएगा. छात्रा के पिता ने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि शरीर के अंदर गोली फंसी होने से किसी भी तरह का कोई नुकसान या दिक्कत नहीं होने वाली है.
25 अगस्त की शाम बाइक सवार युवकों ने मार दी थी गोली
फिलहाल घाव की वजह से गोली निकालना मुश्किल है. छात्रा के पिता का कहना है कि अपनी बेटी को भीड़ से और इन्फेक्शन से बचाना है. उसे हौसला भी देना है. बता दें कि 25 अगस्त की शाम करीब 3:30 बजे छात्रा स्कूल से अपने घर जा रही थी. छात्रा जब संगम विहार के बी ब्लॉक में पहुंची थी, तभी बाइक पर सवार तीन लड़के पीछे से आए और उसे गोली मारकर फरार हो गए थे. गोली छात्रा के कंधे में लगी थी. लोगों ने तत्काल उसे अस्पताल पहुंचाया था.