साल 2011 में नक्सलियों के खिलाफ एक साहसिक अभियान के लिए सीआरपीएफ के अधिकारी आरके सिंह को ‘शौर्य चक्र’ से नवाजा गया था. एक बार फिर 38 वर्षीय सिंह ने कुछ ऐसा कर दिखाया है कि 'भारत रत्न' सचिन तेंदुलकर ने भी उनकी सराहना की है. सिंह रविवार को शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक हाफ-मैराथन में कृत्रिम ब्लेडों के सहारे दौड़े.
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने हाफ-मैराथन को हरी झंडी दिखाई. इसमें आरके सिंह ने अपने 12 वर्षीय बेटे प्रखर के साथ स्पर्धा के छोटे हिस्से में भाग लिया. एक नक्सली हमले में अपनी बाईं टांग गंवान वाले और दाएं पैर से जख्मी हुए सिंह को सचिन ने इस साहस के लिए सराहा. सचिन ने सिंह से कहा, 'मैं आपके साहस को सलाम करता हूं. आप प्रेरणास्रोत हैं. हम केवल खिलाड़ी हैं, लेकिन आप वास्तविक विजेता हैं.'
इस आयोजन में एक्टर जॉन अब्राहम और नाना पाटेकर ने भी भाग लिया और आरके सिंह अधिकारी के पास जाकर उनके उत्साह की तारीफ की. अधिकारी को लंबे समय बाद सीआरपीएफ में उप कमांडेंट के तौर पर प्रमोट किया गया है. वह मैराथन जैसी किसी स्पर्धा में शामिल होने वाले ऐसे पहले ब्लेड रनर बन गए हैं, जो भारत के आंतरिक संघर्षों से लड़ने वाले किसी सुरक्षा बल से जुड़े हैं.
सिंह ने दौड़ के संबंध में कहा, 'मैं इस नई चुनौती का सामना करते हुए उत्साहित हूं. यह कठिन नहीं है. आज मैं केवल फन रन कर रहा हूं, लेकिन मैं गंभीरता से और प्रतिस्पर्धा के तौर पर भाग लेने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करंगा.' सिंह ने कंपनी कमांडर के तौर पर झारखंड के लोहारदग्गा में नक्सली हमले में जवानों की अगुवाई की थी, जहां उनका सामना 192 आईईडी से हुए विस्फोटों से हुआ.
-इनपुट भाषा से.