दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित जल्द ही केरल के राज्यपाल का पद संभालेंगी. उन्होंने साफ किया है कि दिल्ली की राजनीति में उनकी कोई भूमिका नहीं होगी. उनके दिल में दिल्ली छोड़ने का मलाल तो है पर केरल में मिलने वाली नई जिम्मेदारी को लेकर वे उत्साहित भी हैं. शीला दीक्षित से बात की आज तक के संवाददाता प्रमिला दीक्षित ने.
क्या यह दिल्ली की राजनीति में आपका अंत है?
जब कोई गवर्नर बन जाता है तो वह सक्रिय राजनीति में भाग नहीं लेता और केरल तो है भी बहुत दूर. इसलिए दिल्ली की राजनीति में हिस्सा लेने का सवाल नहीं उठता. जब तक गवर्नर बनी रहूंगी तब तक सक्रिय राजनीति में हिस्सा नहीं लूंगी.
क्या आप को दिल्ली की याद आएगी?
दिल्ली की याद तो आएगी पर केरल नई उम्मीदों के साथ जा रही हूं. कुछ दर्द तो है पर नए काम को लेकर उत्साह भी है.
क्या गांधी परिवार से करीबी की वजह से आपको राज्यपाल बनाया गया?
ये फैसला सरकार करती है. सोनिया गांधी और पीएम करते हैं. ये किस तरह का आरोप है? किसी अच्छे इंसान या नेता के साथ अच्छे संबंध होना गलत है क्या?
केजरीवाल के लोकसभा चुनाव लड़ने की खबर है, आप क्या कहेंगी?
केजरीवाल के बारे में मैं कुछ नहीं कहूंगी. उनकी राजनीति है वो जानें और आप जानें.