बुधवार को नजफगढ़ के ईसापुर गांव मे दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ हुआ जम कर विरोध प्रदर्शन हुआ. मौका था एक स्कूल के उद्घाटन का, गांव वालों की मांग थी कि ग्राम सभा की जमीन पर स्टेडियम बने या फिर अगर सरकार स्कूल ही चलाना चाहती है तो स्कूल में गांव के बच्चों को प्राथमिकता दी जाए.
जब ये बातें शीला दीक्षित के सामने रखी गई तो सीएम ने मांगों को अनसुना कर दिया. बस फिर क्या था, गांववालों का सब्र जवाब दे गया. शीला के खिलाफ जम के नारे बाजी हुई और मामले की नजाकत को देखते हुए सीएम और राजकुमार चौहान जल्दी ही प्रोग्राम से निकल लिए.
दिल्ली सरकार एक NGO के साथ मिलकर इस स्कूल का संचालन करने जा रही है जा रही है, जिसका संचालन NGO करेगी और खर्चा सरकार उठाएगी. खास तौर पर SC /ST , OBC वर्ग से ताल्लुक रखने वाले बच्चों की पढ़ाई के लिए इस स्कूल को शुरू किए जाने की योजना है.
लेकिन गांववाले और इलाके के विधायक इस बात पर अड़ गए हैं कि जब तक सरकार उनकी बात नहीं सुनेगी, तब तक स्कूल नहीं चल पाएगा. नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक भरत सिंह ने कहा, ' अगर स्कूल चलाने की कोशिश की गई तो स्कूल पर ताला जड़ दिया जाएगा.