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जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी NRC-CAA पर आम लोगों को ऐसे दे रही जानकारी

जामिया में इस ड्राफ्ट के माध्यम से लोगों को शिक्षित कर रहे जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के आफताब ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून पर जानकारी देने के लिए जामिया के छात्रों ने कानून विशेषज्ञों व कई नामी वकीलों की मदद ली है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

  • छात्र आम लोगों को देंगे इस कानून की जानकारी
  • प्रदर्शनकारियों को CAA-NRC पर देंगे पूरी जानकारी

जामिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एक नई तैयारी शुरू कर दी है. छात्र अब आम लोगों को इस कानून की जानकारी देंगे. इसके लिए बाकायदा करीब एक लाख लोगों को नागरिकता संशोधन कानून पढ़ाया जाएगा. खास बात यह है कि इस दौरान सीएए और एनआरसी को एक साथ जोड़कर प्रदर्शनकारियों को इस कानून की जानकारी दी जा रही है.

जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी ने नागरिकता संशोधन कानून के मुख्य बिंदुओं का एक ड्राफ्ट तैयार किया है. यह ड्राफ्ट हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में छापा गया है. जामिया विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के लिए आ रहे लोगों को इस ड्राफ्ट के माध्यम से नागरिकता संशोधन कानून की पूरी जानकारी दी जाएगी.

जामिया में इस ड्राफ्ट के माध्यम से लोगों को शिक्षित कर रहे जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के आफताब ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून पर जानकारी देने के लिए जामिया के छात्रों ने कानून विशेषज्ञों व कई नामी वकीलों की मदद ली है.

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जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी ने ड्राफ्ट में मुख्य रूप से छह बिंदु रखे हैं. सबसे पहले यह बताया गया है कि नागरिकता संशोधन कानून आखिर है क्या? ड्राफ्ट में कानून से उत्पन्न होने वाली कथित समस्याओं और इसकी खामियों के बारे में बताया गया है.

जामिया में प्रदर्शनकारियों को शिक्षित करने के लिए बनाए गए इस ड्राफ्ट में कहा गया है कि नागरिकता संशोधन कानून को बांग्लादेश, अफगानिस्तान व पाकिस्तान तक सीमित रखने का कोई तर्क आधार नहीं है. नागरिकता संशोधन कानून के अलावा इस ड्राफ्ट के माध्यम से एनआरसी यानी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन पर भी जानकारी दी जाएगी.

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