scorecardresearch
 

यमुना नदी के किनारे श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम पर सुनवाई आज पूरी

आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के यमुना नदी के किनारे होने वाले कार्यक्रम को रद्द करने वाली याचिकाओं पर एनजीटी में मंगलवार की सुनवाई पूरी हुई. बुधवार को भी सुनवाई जारी रहेगी.

Advertisement
X
पर्यावरण नुकसान को लेकर की गई थी NGT में शिकायत
पर्यावरण नुकसान को लेकर की गई थी NGT में शिकायत

श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के यमुना नदी के किनारे होने वाले कार्यक्रम को रद्द करने वाली याचिकाओं पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) में मंगलवार की सुनवाई पूरी हुई. बुधवार को भी सुनवाई जारी रहेगी. आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के 35 साल पूरे होने के मौके पर यमुना के किनारे तीन दिनों के लिए 'विश्व संस्कृति महोत्सव' आयोजित किया जा रहा है. यह आयोजन 11 से 13 मार्च तक किया जाएगा.

एनजीटी के स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ मामले की सुनवाई कर रही है. सुनवाई के दौरान दिल्ली विकास प्राधिकरण, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सरकार महोत्सव के लिए अनुमति देने के संबंध में अपनी दलीलें रखेंगे. डीडीए ने तीन मार्च को कहा था कि उसने आयोजन के लिए सशर्त मंजूरी दी है और कार्यक्रम के स्तर को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है. डीडीए ने इस बात से भी इनकार कर दिया था उसने नदी के किनारे कारों की पार्किंग के लिए 3.5 हेक्टेयर जमीन दी है. इससे पहले एनजीटी ने जलग्रहण क्षेत्र में महोत्सव के लिए चल रहे निर्माण कार्य को रोकने की एक और याचिका पर दिल्ली सरकार, डीडीए और आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन को नोटिस जारी किए थे.

Advertisement

आयोजन से नुकसान के लिए शिकायत
पर्यावरणविदों ने शुरुआत में ही समारोह को लेकर नियमों के उल्लंघन और यमुना कछार को होने वाली दिक्कतों पर सवाल उठाया था. इस विवाद के बाद दिल्ली विकास प्राधिकरण ने श्री श्री रविशंकर को समारोह की इजाजत देने से मना करने की बात कहते हुए आयोजकों से तैयारी रोकने के लिए कहा. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को डीडीए ने कहा कि उसे समारोह के इतने बड़े पैमाने पर किए जाने की जानकारी नहीं थी.

Advertisement
Advertisement