जेएनयू के वाइस चांसलर (JNU Vice Chancellor) एम जगदीश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी को खत्म होने वाला था. हालांकि, इसके बाद भी वह पद पर बने रहेंगे, क्योंकि अब उन्हें एक्सटेंशन मिल गया है. अगले वीसी की नियुक्ति तक जगदीश कुमार पद पर बने रहेंगे.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पिछले साल अक्टूबर में एक विज्ञापन जारी किया था, जिसमें कहा गया कि वीसी का पद एक एकेडमिक और एडमिनिस्ट्रेटर का होता है. जिस व्यक्ति को जेएनयू का नया वीसी चुना जाएगा, उसमें उच्चतम स्तर की क्षमता, ईमानदारी, नैतिकता और संस्थागत प्रतिबद्धता की उम्मीद है. हालांकि, नया वीसी चुनने का प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है.
इस मामले में पीके सिंह (अवर सचिव, शिक्षा मंत्रालय) ने कहा कि 'एम जगदीश कुमार, जिनके जेएनयू वीसी के रूप में पांच साल का कार्यकाल 26 जनवरी को समाप्त हो जाएगा, को अगले वीसी की नियुक्ति तक पद पर बने रहने की इजाजत दी गई है.'
आपको बता दें कि जनवरी 2016 में जगदीश कुमार को जेएनयू का वीसी बनाया गया था. हालांकि, उनके कार्यकाल के दौरान कई विवाद भी सामने आए, फिर चाहे जेएनयू ऑफिस में छात्रों द्वारा ताला लगाना हो या फिर कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी हो. इसके अलावा पिछले साल छात्रों के गुटों में कैंपस के अंदर मारपीट भी हुई थी. जेएनयू के छात्र नजीब की गुमशुदगी भी चर्चा में रही.
मालूम हो कि कुछ महीने पहले ही JNU ने कोरोना काल के लंबे समय के बाद कैंपस खोला है. स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की सुविधा को सुरक्षित और कोरोना फ्री बनाने के लिए अधिकारियों ने सुरक्षा नियम जारी किए थे. इन नियमों के अंतर्गत अब छात्रों को एक साथ इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके अलावा, वे छात्रावास द्वारा जारी किए गए लीगल पास का उपयोग करके छात्रावास और परिसर में प्रवेश कर सकते हैं.
एजेंसी इनपुट के साथ