दिल्ली जल बोर्ड ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में पानी की कमी को लेकर चेतावनी जारी की है. दिल्ली जल बोर्ड का कहना है कि इसका मुख्य कारण यमुना नदी में उच्च अमोनिया स्तर है. इससे पूर्वी, उत्तर-पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली के कई हिस्सों और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के क्षेत्रों पर असर पड़ेगा.
जल बोर्ड ने दी चेतावनी
दिल्ली जल बोर्ड ने कहा, 'दिल्ली के 110 MGD (मिलियन गैलन प्रति दिन) भागीरथी जल उपचार संयंत्र (WTP) और 140 MGD सोनी विहार WTP का कच्चा जल स्रोत उत्तर प्रदेश के मुरादनगर का ऊपरी गंगा नहर है. उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा 12 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक ऊपरी गंगा नहर का नियमित वार्षिक रखरखाव किया जा रहा है, जिसके कारण नहर को 12 अक्टूबर की मध्यरात्रि से हरिद्वार से बंद कर दिया गया है. इस बंदी के दौरान, उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग और यूपी जल निगम मरम्मत और रखरखाव का कार्य करेंगे.'
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दिल्ली जलबोर्ड ने कहा कि WTPs अब 31 अक्टूबर तक यमुना पर वैकल्पिक कच्चे जल स्रोत पर निर्भर हैं. लेकिन कच्चे जल में उच्च अमोनिया स्तर 1.5 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) से अधिक है, जिसके चलते यमुना के कच्चे जल का उपचार करना कठिन है. इसलिए, भागीरथी और सोनी विहार में उत्पादन को 30 प्रतिशत तक कम किया गया है. आगे का उत्पादन पूरी तरह से यमुना के कच्चे जल की गुणवत्ता पर निर्भर करेगा.
दिल्ली वासियों से की ये अपील
जल बोर्ड ने दिल्लीवासियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार पर्याप्त मात्रा में पानी पहले से जमा करें और पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करें. जल बोर्ड की हेल्पलाइन या केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से मांग पर पानी के टैंकर उपलब्ध होंगे.