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Delhi Weather: क्या दिल्ली में होगी भीषण गर्मी की वापसी, कैसा रहेगा तापमान? क्या कहते हैं मौसम विज्ञानी

Delhi Weather News: भारतीय मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक आरके जेनामणि कहते हैं, कि कई बार कुछ विशेष परिस्थितियां तापमान को कम करके रखती हैं. जैसे पिछली बार प्रशांत महासागर के ऊपर 'ला नीना' प्रभाव था, जिसकी वजह से तापमान कम दर्ज किया गया था और इस साल भी वह प्रभाव बना हुआ है. 

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गर्मी का मौसम (सांकेतिक फ़ोटो)
गर्मी का मौसम (सांकेतिक फ़ोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली में मौसम को लेकर वैज्ञानिकों ने दी जानकारी
  • इस साल अब तक बहुत ज्यादा गर्मी नहीं देखी गई

दिल्ली में इन दिनों बारिश ने तापमान कम कर रखा है. मई के महीने में बारिश का होना और उसके बाद तापमान का कम हो जाना जितना सुहाना है, उतने ही सवाल भी खड़े करता है. क्योंकि दिल्ली में 15 मई के बाद जबरदस्त गर्मी का महीना होता है, जो ना तो पिछले साल दिखाई पड़ा और ना ही इस साल अब तक महसूस किया गया है.

इसीलिए सवाल यह उठता है कि क्या अब दिल्ली को गर्मी ने इस साल के लिए अलविदा कह दिया है, क्या 45 डिग्री से ऊपर का तापमान दिल्ली वालों को नहीं सहना होगा? हालांकि जानकारों की मानें तो ऐसा है नहीं. पिछले साल और इस साल के मौसम को मौसम वैज्ञानिक एक भटकाव मानते हैं. 

भारतीय मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक आरके जेनामणि कहते हैं, कि कई बार कुछ विशेष परिस्थितियां तापमान को कम करके रखती हैं. जैसे पिछली बार प्रशांत महासागर के ऊपर 'ला नीना' प्रभाव था, जिसकी वजह से तापमान कम दर्ज किया गया था और इस साल भी वह प्रभाव बना हुआ है. 

इसी तरीके से लगातार चल रहा पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) और यहां तक की चक्रवाती स्थितियां भी तापमान को प्रभावित करती हैं. वैज्ञानिक बताते हैं कि इस साल अब तक बहुत ज्यादा गर्मी नहीं देखी गई है और चूंकि चक्रवाती स्थितियों की वजह से बारिश हुई है इसलिए अगले 7 दिनों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर जाए इसकी संभावना कम ही है. यानी फिलहाल दिल्ली में और आसपास के इलाकों में लू चलने की संभावना ज्यादा नहीं दिखायी दे रही है. 

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तो क्या दिल्ली में गर्मी का ना पड़ना क्या अब स्थाई हो गया है? मौसम विज्ञान के जानकार बताते हैं कि ऐसा कतई नहीं है. गर्मी ना पड़ने जैसी स्थिति पिछले 2 साल में ही बनी हुई है और ऐसा 10-15 सालों में एक बार हो जाता है.

आरके जेनामणि बताते हैं कि "इस साल मार्च के महीने में ही दिल्ली में तापमान 40 डिग्री तक पहुंच गया लेकिन उसके बाद लगातार पश्चिमी विक्षोभ बना रहा और उसी वजह से तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं दर्ज की गई. अब मई के मध्य तक आते-आते चक्रवाती तूफान की वजह से जो बारिश हुई है, उससे भी तापमान में आने वाले दिनों में गिरावट दर्ज की जाएगी."

इसका असर यह पड़ेगा कि जो दिल्ली में 15 मई से 15 जून के बीच जबरदस्त गर्मी पड़ती थी उस गर्मी से दिल्ली वालों को राहत जरूर मिल जाएगी. दिल्ली में आमतौर पर मानसून 29 जून को दस्तक देता है और उससे पहले प्री मॉनसून की बारिश होती है यानी 15 जून के बाद उमस तो बढ़ती है लेकिन तापमान कम हो जाता है.

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