दिल्ली में शनिवार को अवैध फ्रैक्ट्रियों की सीलिंग पर एक बार फिर से संग्राम देखने को मिला. यहां पर सीलिंग करने आई टीम को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. मायापुरी के कबाड़ मार्केट में नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल के आदेश पर एमसीडी के अधिकारी सीलिंग करने पहुंचे थे. जैसे ही एमसीडी ने सीलिंग शुरू की, वहां मौजूद लोगों ने हंगामा और तोड़फोड़ शुरू कर दिया.
एमसीडी की टीम के साथ दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ और आईटीबीपी के जवान भी मौजूद थे. जब सुरक्षाकर्मियों ने इन्हें समझाने की कोशिश की उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी, इसके बाद पुलिसकर्मियों ने इन्हें खदेड़ा. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस फोर्स को लाठीचार्ज करना पड़ा. इसमें कुछ लोगों के घायल होने की खबर है. समाचार एजेंसी एएनआई ने इससे जुड़ा एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में कुछ लोग जवानों पर पत्थर फेंकते दिख रहे हैं तो कुछ लोग भाग रहे हैं. जवानों की ओर से इस भी पत्थर फेंकने की तस्वीरें इस में मौजूद हैं. इस वीडियो में जमकर हंगामा हो रहा है.
एमसीडी अधिकारियों के मुताबिक नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के बाद शनिवार सुबह को लगभग 850 फैक्ट्रियों पर सीलिंग की कार्रवाई शुरू हुई, जो देखते ही देखते हिंसक हो गई. इससे पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने अवैध स्क्रैप फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए दिल्ली सरकार को फटकार लगाई थी. एनजीटी ने कहा था कि दिल्ली के मुख्य सचिव प्रदूषण से जान गंवा रहे लोगों को जिंदगी बचाने में असहाय महसूस क्यों कर रहे हैं.
#WATCH Clash broke out between locals & security forces in Delhi's Mayapuri area after MCD officials began to seal some factories in the area following National Green Tribunal's (NGT) order to seal nearly 850 factories. pic.twitter.com/sitlqU116Z
— ANI (@ANI) April 13, 2019
एनजीटी चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल की बेंच ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव और दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी के अधिकारियों से पूछा था कि अवैध गतिविधियों को रोकने में असफल रहने के कारण क्यों न उनपर मुकदमा चलाया और उन्हें जेल भेज दिया जाए. एनजीटी इस केस की सुनवाई की अगली तारीख 3 मई को मुकर्रर की है.
इस मामले पर आम आदमी पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई है और कहा है कि अपने ही व्यापारियों को इस तरह पीटना बेहद शर्मनाक है. दिल्ली के सीएम ने कहा कि व्यापारियों ने हमेशा धन और वोट से भाजपा का साथ दिया, बदले में भाजपा ने उनकी दुकानें सील की और उनको लाठियों से पीटा. चुनाव में भी व्यापारियों पर इतना बर्बर लाठी चार्ज? भाजपा साफ कह रही है, नहीं चाहिए भाजपा को व्यापारियों का साथ.