प्रगति मैदान टनल लूटकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. इस लूट कांड को तीन गैंग के बदमाशों ने अंजाम दिया. इतना ही नहीं वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरे अलग अलग राज्यों में भागे थे. लूट में शामिल 2 बदमाश भागकर हरिद्वार पहुंचे थे. यहां दोनों ने पुलिस से बचने के लिए अपने मोबाइल गंगा में बहा दिए थे. जबकि दो अन्य बदमाश पूर्वी उत्तर प्रदेश भागे थे. पुलिस ने लूटकांड में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली के अलावा उत्तराखंड, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में छापेमारी की थी.
दरअसल, 24 जून की सुबह चांदनी चौक स्थित ओमिया एंटरप्राइजेज के डिलीवरी एजेंट और उसका सहयोगी टैक्सी से गुरुग्राम जा रहे थे. तभी प्रगति मैदान टनल में बाइक पर आए बदमाशों ने बंदूक की नोक पर एक कैब को रोककर एक डिलीवरी एजेंट के साथ लूट की थी. इस वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. इसमें देखा जा सकता है कि कैसे बदमाश कार के आगे 2 बाइक लगाकर उसे रोकते हैं और बंदूक दिखाकर कार सवार डिलीवरी एजेंट से पैसों से भरा बैग लूट लेते हैं. मामला सामने आने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई थी.
अब तक आठ लाख रुपये बरामद
पुलिस ने इस मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि तीन की तलाश अभी भी जारी है. पुलिस ने अब तक साढ़े आठ लाख रुपये बरामद कर लिए हैं. पहले शिकायतकर्ता ने पुलिस ने बताया था कि लूटे हुए बैग में 2 लाख रुपये थे. लेकिन पुलिस ने लूटी हुई रकम को लेकर संदेह जताया है. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से अब तक साढ़े 8 लाख रुपये बरामद किए हैं. ऐसे में पुलिस को आशंका है कि लूटी गई रकम करीब पचास लाख रुपये तक हो सकती है. हालांकि, अभी जांच जारी है. इसके अलावा पुलिस ने शिकायतकर्ता से भी बात की है, ताकि लूटी हुई रकम के बारे में सही जानकारी मिल सके.
ये 7 आरोपी हुए गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में अब तक उस्मान अली उर्फ कल्लू (बुराड़ी ), इरफान, सुमित उर्फ आकाश, अनुज मिश्रा उर्फ सैंकी , कुलदीप उर्फ लंगड़, प्रदीप उर्फ सोनू, अमित उर्फ बाला को गिरफ्तार किया है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने लूट कांड को अंजाम देने से पहले गुरुवार और शुक्रवार को रेकी की थी. इसके बाद शनिवार को लूट को अंजाम दिया.
लूट की वारदात को अंजाम देकर बदमाश अलग अलग जगहों पर भागे थे. प्रदीप और बाला हरिद्वार पहुंचे थे. यहां इन लोगों ने पुलिस से बचने के लिए अपने मोबाइल गंगा में बहा दिए थे. जबकि अनुज और कपिल पूर्वी उत्तर प्रदेश भागे थे.
उस्मान और प्रदीप लूटकांड के मास्टरमाइंड
पुलिस के मुताबिक, उस्मान और प्रदीप इस वारदात के मास्टमाइंड हैं. उस्मान को चांदनी चौक इलाके में नकदी की आवाजाही के बारे में जानकारी थी, क्योंकि वह वहां कई सालों तक एक ई-कॉमर्स कंपनी में कूरियर बॉय के तौर पर काम कर चुका था.
उस्मान ने कई बैकों से कर्ज ले रखा था और वह क्रिकेट सट्टेबाजी में भी पैसा हार गया था. ऐसे में उसने कर्ज चुकाने के लिए इस लूट की साजिश रची. इसके बाद टारेगट की पहचान की गई. उस्मान को जानकारी थी कि चांदनी चौक में कैश ट्रांजेक्शन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होता है. ऐसे में उसने टारगेट की पहचान कर उसकी रेकी शुरू की. शनिवार को उस्मान ने अपने साथियों को बताया कि हरियाणा नंबर की टैक्सी में कैश ले जाया जा रहा है.