दिल्ली नगर निगम के उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को 5 सीटों में से 1 सीट पर हार भी झेलनी पड़ी है. हालांकि AAP के तमाम बड़े नेता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की हार से गदगद हैं तो वहीं कांग्रेस की जीत को सहानुभूति करार दिया है. 'आजतक' ने आम आदमी पार्टी से मुस्लिम बहुल इलाके में हार की वजह जानने की कोशिश की है.
दरअसल, नगर निगम के चौहान बांगर वार्ड से कांग्रेस उम्मीदवार जुबेर अहमद को कुल 16,203 वोट मिले. तो वहीं आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हाजी इशराक खान इस सीट से हार गए. सीलमपुर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक रह चुके हाजी इशराक खान को एक वार्ड से MCD उपचुनाव में 5,561 वोट ही मिले. जबकि इस सीट पर कुल 22,020 लोगों ने मतदान किया था.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के MCD प्रभारी दुर्गेश पाठक से कांग्रेस उम्मीदवार की बड़े अंतर से जीत का सवाल भी पूछा गया. हालांकि स्पष्ट जवाब न देते हुए दुर्गेश पाठक 4 सीटों पर मिली जीत की तरफ इशारा करते नजर आए. उन्होंने कहा कि चुनाव में कुछ सीटें जीती जाती हैं. कुछ हार जाते हैं, ऐसे में बड़ी तस्वीर को देखना चाहिए. हालांकि नगर निगम का चुनाव भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ चुनाव था और बड़ी तस्वीर ये है कि दिल्ली की जनता ने बीजेपी को जीरो अंडा सीट दी है.
MCD से तुरंत इस्तीफा दे बीजेपीः दुर्गेश
दुर्गेश पाठक ने साथ ही यह भी कहा कि MCD उपचुनावों में दिल्ली की जनता ने AAP को 5 में से 4 सीट जितायी है. जनता ने बीजेपी को 0 सीट देकर साबित कर दिया है दिल्ली के लोगों को बीजेपी से नफरत हो गई है.
बीजेपी को MCD पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं. हम मांग करते हैं कि बीजेपी MCD से तुरंत इस्तीफा दे और नए चुनाव कराए जाएं.
दिलचस्प बात ये है कि सीलमपुर विधानसभा के चौहान बांगर वार्ड से आम आदमी पार्टी के अब्दुल रहमान पार्षद थे. साल 2020 में हाजी इशराक खान को सीलमपुर से विधायक का टिकट न देकर अब्दुल रहमान को विधायकी का टिकट दिया गया था. इस सीट से अब्दुल रहमान AAP की टिकट से विधायक का चुनाव भी जीत गए थे. तब विधानसभा चुनाव का टिकट न मिलने की वजह से हाजी इशराक पार्टी नेतृत्व से नाराज भी हो गए थे हालांकि पार्टी के बड़े नेताओं द्वारा हाजी इशराक खान को मना भी लिया गया था.
'बीजेपी का सफाया हुआ'
जब AAP नेता दुर्गेश पाठक से पूछा गया कि क्या चौहान बांगर में आम आदमी पार्टी के चेहरे को लेकर नाराजगी का रिजल्ट आज देखने को मिला है? जवाब में दुर्गेश पाठक ने कहा कि अगर कोई नाराजगी होगी तो देख ली जाएगी. लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि 4 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की है और बीजेपी का सफाया किया है इसलिए सकारात्मक पहलू देखिए.
इसके अलावा 'आजतक' ने पार्टी नेता दुर्गेश पाठक से पूछा कि वो चौहान बांगर सीट में हार की एक मुख्य वजह बताएं. जवाब में AAP नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि ये बहुत लोकल चुनाव था और चौहान बांगर के उम्मीदवार मतीन अहमद के बेटे हैं. जुबेर अहमद उनके वार्ड में काफी पॉपुलर हैं. जुबेर अहमद को जनता ने वोट दिया. उनके पिता इससे पहले कई बार चुनाव हार चुके हैं तो लोगों की उनके साथ सहानुभूति थी.
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने चौहान बांगर की सीट से मुस्लिम उम्मीदवार मो. नजीर अंसारी को मौका दिया था. हालांकि बीजेपी उम्मीदवार को 105 वोट ही मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई. इस उपचुनाव में वोटर्स के लिहाज से पूर्वी दिल्ली का चौहान बांगर मुस्लिम बहुल इलाका है. चौहान बांगर वार्ड 39,607 वोटर्स के साथ सभी 5 वार्डों में से सबसे छोटा वार्ड था.