दिल्ली के अनाज मंडी स्थित एक फैक्ट्री में लगी आग के मामले में राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि जिस फैक्ट्री में आग लगी वो अवैध रूप से चल रही थी, ऐसे में उसे बंद करने या उस पर रोक लगाने की जिम्मेदारी दिल्ली नगर निगम की थी.
संजय सिंह ने कहा कि एमसीडी ने फैक्ट्री को चलने कैसे दिया. दिल्ली फायर सर्विस ने भी स्पष्ट किया है कि उनकी तरफ से फैक्ट्री को एनओसी जारी नहीं की गई थी.
दिल्ली सरकार ने रविवार सुबह पश्चिमी दिल्ली के रानी झांसी रोड इलाके में एक कारखाने में बड़े पैमाने पर लगी आग में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता की घोषणा भी की है. सरकार ने घायलों को भी एक लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आग की घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं.
AAP MP, Sanjay Singh: If a factory was operating illegally at a house, then, it was responsibility of Municipal Corporation of Delhi to shut it. How did MCD allow the factory to run? Delhi Fire Service has clarified that it didn't give a no objection certificate to the factory. pic.twitter.com/YvUCzLWyw7
— ANI (@ANI) December 8, 2019
अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा इस दुखद आग की घटना में हमने 40 निर्दोष जानों को खोया है. मैंने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. दिल्ली के भीड़भाड़ से भरे बाजार में एक कारखाने में आग लगने से रविवार को कम से कम 43 लोग मारे गए और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए.
आग में मारे गए सभी लोग मजदूर थे और जब सुबह 4:50 बजे और 5 बजे के बीच
आग लगी तब वे सो रहे थे. पुलिस ने कहा कि कारखाने के मालिक के खिलाफ एक आवासीय क्षेत्र से बैग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के संचालन और सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं करने के लिए प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है.We can't bring back lost lives, but Delhi govt will provide ₹10 L assistance to families that lost their loved ones & ₹1 L for the injured. pic.twitter.com/SOT5kR9l5J
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 8, 2019
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस फैक्ट्री को तीन भाई मिलकर फैक्ट्री चलाते थे. भाइयों ने फैक्ट्री का आपस में बंटवारा किया था. इनमें से रिहान और उसका एक भाई फरार है. हालांकि पुलिस हिरासत में कौन सा भाई है, इस बात की जानकारी नहीं मिल पा रही है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस फैक्ट्री की जिम्मेदारी किस भाई को मिली थी.
(ANI और IANS इनपुट के साथ)