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नेत्रहीन होने के बाद बना रहीं खूबसूरत राखियां, आप भी करेंगे जज्बे को सलाम

हम आपको देश की उन बेटियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आंखें न होने के बावजूद खूबसूरत राखियां बना रही है. इन राखियों को लेने के लिए इनके पास अच्छे-खासे ऑर्डर्स हैं.

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राखियां तैयार करतीं लड़कियां
राखियां तैयार करतीं लड़कियां

इस साल रक्षाबंधन 11 अगस्त को मनाया जाएगा, ऐसे में हर तरफ इस त्योहार को लेकर अलग उल्लास देखने को मिल रहा है. कुछ बहनें तो ऐसी हैं जो खुद अपने हाथों से राखियां भाई के लिए बना रहीं है. हम ऐसी ही कुछ लड़कियों के बारे में आपको बताएंगे, जो नेत्रहीन होने के बावजूद अपनी हुनर से सभी को कायल कर रहीं है. सभी लोग उनके जज्बे को सलाम कर रहे हैं.

दिल्ली के लोधी कॉलोनी के पास ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन में स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत नेत्रहीन लड़कियों को सिलाई, बुनाई और अन्य काम सिखाया जाता है. इन लड़कियों ने अपने भाइयों के लिए खुद से राखी बनाने की इच्छा जताई. उन्होंने कहा कि वो इस बार रक्षाबंधन पर खुद की बनाई राखी अपने भाइयों की कलाई पर बांधना चाहती हैं. यहां के ट्रेनर ने उन्हें राखी बनाने का ट्रेनिंग दी. उन्होंने सुंदर-सुंदर राखियां बनाईं.

जानकारों का कहना है कि राखी बनाना बहुत मेहनत का काम है. बारीक धागे में मोतियों को पिरोकर धागों में गांठ लगाकर यह तैयार की जाती है. ताज्जुब की बात है कि ये काम नेत्रहीन लड़कियां बड़ी आसानी से कर रही हैं. इनके सुंदर राखियां को देखकर हर कोई हैरान है. अब उन्हें गुरुग्राम की एक कंपनी से एक हजार राखियों का ऑर्डर भी मिल गया. ऐसे में वे तेजी से राखी बना रही हैं.

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इस संस्थान से जुड़े लोगों का कहना है कि इन बच्चियों ने सरहद पर तैनात फौजियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राखी भेजने का आग्रह किया है. ऐसे में उनकी इच्छानुसार इन लोगों को भी पोस्ट के जरिए राखियां भेजी जाएंगी.

(रिपोर्ट-भारत चौहान)

 

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