केजरीवाल सरकार ने हाल ही में लॉकडाउन के दौरान नौकरी खोने वाले लोगों के लिए जॉब पोर्टल की शुरुआत की थी. केजरीवाल ने इसकी शुरुआत करते हुए कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के चलते हाल के दिनों में कई लोगों ने अपना रोजगार खो दिया और कारोबार पर भी इसका बुरा असर पड़ा. यह पोर्टल ‘जॉब्स डॉट दिल्ली डॉट गव डॉट इन’ नियोक्ताओं और रोजगार चाहने वाले दोनों के लिये एक ‘रोजगार बाजार’ की तरह काम करेगा. हालांकि बीजेपी जॉब पोर्टल को लेकर आरोप लगा रही है कि केजरीवाल सरकार रोजगार के नाम पर लोगों को अश्लील कंटेट परोस रही है.
बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि केजरीवाल सरकार के जॉब पोर्टल पर अश्लीलता परोसी जा रही है. पोर्टल को क्लिक करने पर सबसे पहले अश्लीलता भरे विज्ञापन दिखाई देते हैं. जिसकी वो दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत भी करेंगे.
बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘जॉब्स डॉट दिल्ली डॉट गव डॉट इन’ हकीम की पुरानी पुड़िया है, जिसे फ्लॉप होने के बाद फिर से भुनाया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि केजरीवाल सरकार ने पोर्टल बनाने और उसके विज्ञापन पर करीब 34 करोड़ 41 लाख रुपये खर्च किए हैं, जबकि नौकरी महज तीन सौ इकतालीस लोगों को ही मिली है. दिल्ली सरकार ने इससे पहले भी इसी तरीके का जॉब पोर्टल शुरू किया था लेकिन वो पूरी तरह फ्लॉप साबित हुआ.
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दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता का कहना है कि केजरीवाल का जॉब पोर्टल ऐसे चला रहे हैं. जैसे कोई प्रॉपर्टी डीलर काम करता है या फिर मैरिज ब्यूरो चलता है. सही मायने में अगर लोगों को नौकरी देने को लेकर सरकारों की नियत साफ होती तो शायद देश में आज बेरोजगारी की दर बेकाबू ना होती. जरूरत सरकारों की साफ नियत की है. ना कि खोखले दावों की.
वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन पर हमला करते हुए दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल सरकार अपनी नाकामी का ठीकरा बाहरी राज्यों से आने वाले मरीजों पर फोड़ रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली में क्या बाहर के लोग इलाज नहीं करवा सकते?
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बता दें, दिल्ली में दोबारा कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने रविवार को कहा था कि यहां पर काफी संख्या में बाहर के लोग भी इलाज कराने आ रहे हैं. ये सभी लोग गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद से आ रहे हैं और दिल्ली में टेस्ट करा रहे हैं. जिसके कारण दिल्ली में मरीजो की संख्या का आंकड़ा फिर से बढ़ता दिख रहा है.