पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की यादों को संजोने की होड़ सी लगी हुई है. जहां उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यो में इसकी शुरुआत कर दी गई है तो वहीं दिल्ली में भी इसकी योजना तैयार की जाने लगी है.
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को पूरे देश में श्रद्धांजलि दी गई. दिल्ली में उनकी यादों को संजोने की जिम्मेदारी भारतीय जनता पार्टी शासित एमसीडी ने उठा ली है. उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने पार्कों, अस्तपताल के नाम वाजपेयी के नाम पर करने का निर्देश जारी किया है. अधिकारियों को उन स्थानों और इमारतों की सूची तैयार करने को कहा गया है जिनका नामकरण अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया जा सकता है.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर आदेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है. अफसरों को एक हफ्ते के अंदर इस पर अमल करने को कहा गया है. अधिकारियों के साथ साथ पार्षदों को भी इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि इस बात पर विचार किया जा रहा है कि किस योजना को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर तैयार किया जा सकता है. आदेश गुप्ता ने कहा कि वह सभी पार्षदों से उनके सुझाव भी लेंगे और उनसे पूछेंगे कि उनके इलाके में किस अस्पताल, डिस्पेंसरी और पार्क का नाम अटल बिहारी के नाम पर रखा जा सकता है.
बता दें कि वाजपेयी की भावनाओं को बीजेपी ने भुनाने की तैयारी शुरू कर दी है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वाजपेयी के कलश अस्थि के जरिए अपना अभियान जन-जन तक पहुंचने की रणनीति बनाई है. इसके तहत यूपी की सभी नदियों में अस्थियां विसर्जित करने के साथ-साथ कई स्मारकों और योजनाओं को उनके नाम पर रखने का प्लान प्रदेश सरकार ने बनाया है.