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Delhi Air Pollution: आज से दिल्ली में शुरू होगा 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Delhi Environment Minister Gopal Rai) ने राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिए ऑड-ईवन फॉर्मूले (Odd-Even Formula) को आखिरी हथियार बताया है. उन्होंने कहा कि वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए आज यानि सोमवार से 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान पूरी दिल्ली के अंदर शुरू हो रहा है.

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delhi air pollution
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली पर्यावरण मंत्री ने प्रदूषण रोकने के लिए ऑड-ईवन को बताया अंतिम हथियार
  • सात अक्टूबर से दिल्ली में चल रहा एंटी डस्ट अभियान

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. इस बीच केजरीवाल सरकार ने नासा सेटेलाइट (Nasa Satellite) द्वारा जारी तस्वीरों का हवाला देते हुए पंजाब और हरियाणा में पराली जलने की घटनाओं पर सवाल खड़े किए हैं. साथ ही, पर्यावरण मंत्री ने प्रदूषण से निपटने के लिए ऑड- इवन फॉर्मूला (Odd-Even Formula) को आखिरी हथियार बताया है.

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर पिछले साल एक स्टडी की गई थी. इसमें पाया गया था कि जब पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के अंदर पराली जलना बढ़ती है तो दिल्ली प्रदूषण का स्तर भी उसी अनुपात में बढ़ने लगता है. इस साल भी हम देख रहे हैं कि 13 अक्टूबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) का स्तर 171 था.

नासा की तस्वीरों के मुताबिक, उस दिन पराली जलने की संख्या कम थी. लेकिन पिछले तीन दिनों के अंदर काफी तेजी के साथ पराली जलाने की घटनाएं पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में बढ़ी हैं. जिस तेजी के साथ पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं, उसी तेजी के साथ शनिवार को एक्यूआई (AQI) का स्तर 284 पर पहुंच गया.

उन्होंने कहा कि इस साल अभी केंद्रीय वायु गुणवत्ता आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की है कि पिछले साल के मुकाबले पराली कम जल रही है. मुझे लगता है कि पिछले 2 दिन में पराली जलने की घटनाएं तेजी से बढी हैं. दिल्ली के अंदर हमने पूसा बायो डीकंपोजर (Pusa Bio Decomposer) के छिड़काव की तैयारी 5 अक्टूबर से कर ली थी. हमने देखा कि बारिश की वजह से फसल देरी से कट रही है. बारिश देर तक चली है, फसल के कटने का समय भी थोड़ा आगे बढ़ा है. अब तेजी के साथ पराली जलना शुरू हुई है.

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'दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए कर रही काम'
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर के डस्ट पॉल्यूशन, बायोमास बर्निंग, पराली के प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार काम कर रही है. वाहन प्रदूषण को भी कम किया गया है. हम 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान सोमवार से पूरी दिल्ली के अंदर शुरू करने जा रहे हैं. दिल्ली के अंदर के प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार काम कर रही है. इसमें पिछले सालों में सफलता भी मिली है. लेकिन इस समय अचानक पराली जलने की घटनाएं जिस तेजी से बढ़ती हैं, जिससे दिल्ली का एक्यूआई स्तर (AQI Level) और खराब स्थिति में पहुंचता है.

'अन्य राज्यों को भी जिम्मेदारी लेने की जरूरत'
पिछले साल जब दिल्ली में पूसा बायो डीकंपोजर (Pusa Bio Decomposer) का छिड़काव किया गया तो, उसकी सफलता के बाद केंद्रीय वायु गुणवत्ता आयोग में लिखित में पिटीशन दायर की थी. उनके कहने पर हमने थर्ड पार्टी से ऑडिट करा कर रिपोर्ट तैयार की और दूसरे राज्यों से बात भी की. इसके बावजूद एक गैप दिख रहा था. दिल्ली के अंदर केजरीवाल सरकार सारी तैयारी करके किसानों के खेतों में छिड़काव करती है. अन्य राज्यों में वह तैयारी मुझे नहीं दिखी है. इसलिए सरकारों को जिम्मेदारी लेने की जरूरत है.

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'केंद्र सरकार ने 250 करोड़ रुपये पंजाब को दिए'
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने लगभग 250 करोड़ रुपए पंजाब को पराली के समाधान और मशीन आदि के लिए दिए हैं. 250 करोड़ रुपए से 50 लाख एकड़ क्षेत्र में बायो डीकंपोजर का निशुल्क छिड़काव कराया जा सकता है. पंजाब के अंदर जितने खेत हैं उससे ज्यादा का छिड़काव किया जा सकता है. ऐसे में पैसा प्रॉब्लम नहीं है. इसको लेकर एक सिस्टम तैयार करना चाहिए था, जो कि तैयार नहीं हुआ. जितना पैसा केंद्र सरकार दे रही है, उतने रुपए में छिड़काव आसानी से हो जाएगा.

'दिल्ली सरकार दो स्तर पर कर रही काम'
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर 24 घंटे बिजली देकर जो जनरेटर सेट का प्रदूषण है उसे कम करने के स्थाई‌‌ प्रोजेक्ट पर हम काम कर रहे हैं. दिल्ली के अंदर जितनी भी प्रदूषण फैलाने वाले ईंधन पर फैक्ट्रियां चलती थीं, उनको हमने 100 प्रतिशत पीएनजी (PNG) में कन्वर्ट कर दिया. वहीं, दिल्ली के अंदर जो थर्मल पावर प्लांट था उसको बंद कर दिया. इसके अलावा विंटर एक्शन प्लान मुख्यमंत्री ने घोषित किया है. इसके तहत एंटी डस्ट अभियान पिछली 7 अक्टूबर से चल रहा है और 29 अक्टूबर तक पहला चरण चलेगा. दिल्ली के तमाम क्षेत्रों में लगभग एक हजार से ज्यादा जगह पर हमारी टीम निरीक्षण कर चुकी है.

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'किसानों के लिए जारी किया हेलपलाइन नंबर'
उन्होंने कहा कि एंटी डस्ट अभियान के साथ साथ दिल्ली के अंदर जितनी भी नान बासमती-बासमती धान है, जिसे कार्बाइन से काटा गया है, उन सभी जगहों पर बायो डी-कंपोजर के छिड़काव का काम चल रहा है. पूरी दिल्ली के अंदर जिन किसानों ने फार्म भरा था, उनके खेतों में बायो डी कंपोजर का छिड़काव किया गया. जिन्होंने फॉर्म नहीं भरा, उनको भी हमने एक हेल्प लाइन नंबर दिया है. इसके साथ ही ग्रीन दिल्ली ऐप हमारी सबसे बड़ी ताकत है. अधिकारी और टीमें जहां नहीं पहुंच पाती हैं, वहां से ऐप के जरिए प्रदूषण की जानकारी लोग भेज रहे हैं. वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए सोमवार से 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान पूरी दिल्ली के अंदर शुरू हो रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों सभी एजेंसियों के साथ संयुक्त मीटिंग की थी. सभी बिंदुओं पर चर्चा करके सभी लोगों को अलर्ट कर दिया है. लेकिन अगर फिर भी घटनाएं होती हैं तो फिर हम कार्रवाई करेंगे.

'प्रदूषण कम करने का आखिरी हथियार ऑड-ईवन फॉर्मूला'
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण कम करने का एक मात्र आखिरी हथियार है ऑड-ईवन फॉर्मूला. उन्होंने कहा कि अभी हमारा फोकस दिल्ली के अंदर प्रदूषण को कम करना है, जिसके लिए दिल्ली सरकार काम कर रही है. इसके बाद जैसी भी स्थिति बनती है, उसके लिए हम एक्सपर्ट्स की राय के अनुसार निर्णय लेंगे.

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