दिल्ली के जहांपनाह सिटी फॉरेस्ट इलाके में गुरु रविदास मंदिर बनाने के लिए 400 स्क्वेयर मीटर जमीन दी गई है. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने इससे संबंधित प्रपोजल को मंजूरी दे दी है. दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने लिखा कि शुक्रवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण के साथ बैठक हुई, जिसमें मंदिर बनाने के लिए जमीन आवंटन के प्रमुख प्रस्तावों को मंजूरी मिली है.
वहीं डीडीए ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि प्राधिकरण ने जहांपनाह सिटी फॉरेस्ट इलाके में गुरु रविदास मंदिर बनाने के लिए 400 स्क्वेयर मीटर जमीन की मंजूरी दे दी है. आगे की प्रकिया, जैसे कि वन विभाग की मंजूरी, जमीन आवंटन की सुविधा, लैंड यूज में बदलाव आदि को लेकर भी अनुशंसा की गई है.
अगस्त 2019 में डीडीए ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए दिल्ली के तुगलकाबाद में संत रविदास मंदिर ढहा दिया था, जिसको लेकर दिल्ली से लेकर पंजाब तक राजनीति गर्मा गई थी. दिल्ली में आम आदमी पार्टी और पंजाब की कांग्रेस सरकार समेत भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणी अकाली दल ने भी मंदिर ढहाए जाने की आलोचना की और डीडीए को इसका दोषी ठहराया.
बता दें, डीडीए केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के अधीन आता है. जिसके बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा था कि केंद्र कोई समाधान निकालने और इसे ‘‘पुनर्स्थापित’’ करने के लिए संभवत: किसी वैकल्पिक स्थल की पहचान करने को प्रतिबद्ध है.
गुरु रविदास मंदिर की जगह खाली कराने के उच्चतम न्यायालय के आदेश को लेकर आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात कर इसपर चर्चा भी की थी.
इसके अलावा दिल्ली विकास प्राधिकरण ने एक और महत्वपूर्ण फैसला किया है जिसके अंतर्गत शास्त्री पार्क इलाके में 19,800 स्क्वेयर मीटर जमीन पर सामुदायिक खेल परिसर बनाने के लिए अनुशंसा की है. इस फैसले के बाद पूर्वी दिल्ली में रहने वाले लोगों को आधुनिक खेल सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा.