दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज के जलसे में शामिल लोगों के पॉजिटिव पाए जाने के बाद से बवाल मचा हुआ है. तबलीगी जमात से जुड़े लोगों पर कोरोना वायरस को फैलाने के आरोप लगाए जा रहे हैं. इन सबके बीच दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन डॉ. जफरुल इस्लाम खान और सदस्य करतार सिंह कोचर ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक खत लिखा है.
इसमें जफरुल इस्लाम खान और करतार सिंह कोचर ने कहा कि तबलीगी जमात के मरकज में फंसे लोगों और मरकज के मौलवियों की तरफ से कोई साजिश नहीं रची गई थी. ये भी दूसरे लोगों की तरह कोरोना वायरस महामारी के शिकार मासूम लोग हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सभी तबलीगी जमाती कोरोना पॉजिटिव नहीं हैं और न ही सभी मुस्लिम तबलीगी जमाती हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर तबलीगी जमात का एक वर्ग असंवेदनशील था और इस महामारी के खतरे का अनुमान लगाने में विफल रहा. लिहाजा पहले से निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में कार्यक्रम जारी रहा. वहीं, तुर्कमान गेट स्थित तबलीगी जमात के दूसरे धड़े ने अपने सभी कार्यक्रम को रद्द कर दिया था.
तबलीगी जमात ही नहीं, कई नेताओं ने भी दिखाई लापरवाही
जफरुल इस्लाम खान और करतार सिंह कोचर ने केंद्रीय गृहमंत्री को लिखे खत में कहा कि लॉकडाउन को लेकर असंवेदनशीलता दिखाने वाला निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात अकेला नहीं हैं, बल्कि दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में नेताओं और आम लोगों ने भी लापरवाही और असंवेदनशीलता दिखाई.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
उन्होंने कहा कि यह ठीक है कि तबलीगी जमात के मरकज में फंसे लोगों को निकाला गया और क्वारनटाइन किया गया. साथ ही इनके संपर्क में आए लोगों की तलाश की जा रही है. हालांकि सरकारी अधिकारियों द्वारा दी जा रही जानकारी और सनसनीखेज मीडिया कवरेज की वजह से देश के सभी तबलीगी जमाती कोरोना संदिग्ध माने जाने लगे हैं. इनको भी पकड़ा जा रहा है और क्वारनटाइन किया जा रहा है.
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...
तबलीगी जमात से जुड़े शख्स ने उत्पीड़न के चलते की खुदकुशी
उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात से पूर्व में नाता रहने की वजह से किसी को कोरोना संदिग्ध नहीं माना जा सकता है. सभी तबलीगी जमात के लोग कोरोना संदिग्ध या पॉजिटिव नहीं हैं. इसकी वजह से सताए जाने पर हिमाचल प्रदेश में एक तबलीगी जमाती खुदकुशी तक कर चुका है, लेकिन उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई. इसके अलावा दिल्ली के एक व्यक्ति की मॉब लिंचिंग इसलिए कर दी गई, क्योंकि वह भोपाल में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुआ था.
उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से अपील की कि वो पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी करें कि वो उन तबलीगी जमात के लोगों का उत्पीड़न ने करें, जो निजामुद्दीन के मरकज में नहीं थे. आपको बता दें कि कोरोना ने पूरी दुनिया को बदलकर रख दिया है. भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. इसके बावजूद भारत समेत विश्वभर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है.