दिल्ली के मोतीनगर के पास सुदर्शन पार्क में एक बड़ा हादसा हो गया. पार्क के पास डी ब्लॉक में घर के अंदर कंप्रेशर ब्लास्ट हो गया, जिसकी वजह से छत गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई जबकि 8 लोग घायल हो गए. इस बिल्डिंग को एमसीडी की तरफ से नोटिस भी दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद गैरकानूनी काम चल रहा था. दूसरी ओर, नोएडा के सेक्टर-73 की कई झुग्गियों में अचानक से आग लग गई जिसमें कई झुग्गियां जलकर खाक हो गई.
मोतीनगर हादसे में जिन लोगों की मौत हुई उनके नाम हैं रामफल, अजय, मुंगेर, हंशु, राकेश और अजय. एक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है. फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है. पुलिस के मुताबिक, पंखा बनाने की फैक्ट्री है. अभी तक आठ लोगों को बिल्डिंग से रेस्क्यू करके निकाला गया है. राहत और बचाव का काम पूरा हो गया है. दमकल की आठ गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं. इमारत दो मंजिला थी.
Delhi: A part of a factory collapsed at Sudarshan Park in Moti Nagar. Eight people have been rescued and sent to hospital so far. Rescue operation underway. pic.twitter.com/DoRRgBit4u
— ANI (@ANI) January 3, 2019
जानकारी के मुताबिक इस फैक्ट्री में सिलेंडर ब्लास्ट हुए था. हालांकि, पुलिस का कहना है कि पहले कंप्रेशर में धमाका हुआ, जिसके बाद इमारत की छत नीचे आ गिरी. इससे यहां पर काम कर रहे मजदूर और मौजूद दूसरे कर्मचारी दब गए. आसपास के लोगों ने बताया कि उन्होंने पहले जोरदार धमाका सुना और फिर तेज आवाज के साथ इमारत की छत नीचे आ गई और चारों और धूल का गुबार छा गया.
हालांकि, पुलिस का कहना है कि मलबा हटाए जाने के बाद ही साफ हो सकेगा कि इमारत कैसे गिरी और यहां हुआ धमाका किस चीज का था. वेस्ट दिल्ली की डीएसपी मोनिका भारद्वाज ने कहा है कि फिलहाल छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. हमारी कोशिश घायलों को मदद पहुंचाने की है.
नोएडा की झुग्ग्यों में आग
दूसरी ओर, गुरुवार रात नोएडा के सेक्टर-73 की कई झुग्गियों में अचानक से आग लग गई. आग इतनी भयानक थी कि उस पर काबू पाने के लिए 2 घंटे की मशक्कत करनी पड़ी. सेक्टर-73 के पास जिन झुग्गियों में आग लगी उनकी संख्या तकरीबन 200 थी, माना जा रहा है कि यहां पर करीब 700 से 800 लोग रहते थे और इन्हें समय रहते बाहर निकाल लिया गया. आग से कोई हताहत नहीं हुआ.

घटना के वक्त मौके पर मौजूद फायर अधिकारी मामचंद का कहना था कि गुरुवार देर रात तकरीबन 3:15 बजे दमकल विभाग को आग लगने की कॉल मिली. एक दर्जन से ज्यादा दमकल की गाड़ियां जब मौके पर पहुंचीं तो आग काफी बड़ी हो चुकी थी और झुग्गियों में रहने वाले लोगों का सामान जलकर खाक हो चुका था. साथ ही झुग्गियों में मौजूद छोटे-छोटे सिलेंडर्स लगातार ब्लास्ट हो रहे थे, ऐसे में आग पर नियंत्रण पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. हालांकि आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है.