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दिल्ली की हवा में आया सुधार, GRAP की स्टेज-1 भी हटी, लोगों को मिली बड़ी राहत

एक बयान में समिति ने कहा कि पूर्वानुमान क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता में अब गिरावट के संकेत नजर नहीं आ रहे हैं. जिसके चलते जीआरएपी के चरण-1 के तहत आदेशों को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है. स्टेज 1 (खराब हवा की गुणवत्ता) लागू होने पर सीएक्यूएम 500 वर्ग मीटर के बराबर या उससे अधिक आकार के भूखंडों पर निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर रोक लगाने के निर्देश देता है.

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पिछले साल अक्टूबर में लागू की गई थी स्टेज 1 (प्रतिकात्मक तस्वीर)
पिछले साल अक्टूबर में लागू की गई थी स्टेज 1 (प्रतिकात्मक तस्वीर)

अगर आप भी दिल्ली में रहते हैं तो आपके लिए राहतभरी खबर है. राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से वायु गुणवत्ता में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है. जिसके मद्देनजर कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने पिछले साल पांच अक्टूबर को लागू किए गए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के पहले चरण के तहत लगाए गए प्रतिबंधों को हटा दिया है.

हालांकि, संस्थान ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में संबंधित एजेंसियों को धूल व प्रदूषण फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. जिससे कि वायु गुणवत्ता में सुधार बरकरार रह सके. दरअसल, ग्रैप के तहत कार्रवाई करने के लिए जिम्मेदार उप-समिति ने एक बैठक में स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान पाया गया कि दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक गुरुवार को 119 तक सुधर गया. जिसके बाद ग्रैप के तहत लागू प्रतिबंधों को हटाने का फैसला किया गया है.

एक बयान में समिति ने कहा कि पूर्वानुमान क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता में अब गिरावट के संकेत नजर नहीं आ रहे हैं. जिसके चलते जीआरएपी के चरण-1 के तहत आदेशों को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है. स्टेज 1 (खराब हवा की गुणवत्ता) लागू होने पर सीएक्यूएम 500 वर्ग मीटर के बराबर या उससे अधिक आकार के भूखंडों पर निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर रोक लगाने के निर्देश देता है. 

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बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता को चार अलग-अलग चरणों में बांटा गया है. चरण I - 'खराब' (AQI 201-300), स्टेज II - 'बहुत खराब' (एक्यूआई 301-400), स्टेज III - 'गंभीर' (एक्यूआई 401-450) और स्टेज IV - 'बेहद गंभीर' (AQI 450 से अधिक).

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