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Bulldozer in Delhi: सीलमपुर में आज नहीं चल पाएगा बुलडोजर, द्वारका और लोधी रोड में हटाया गया अतिक्रमण

Bulldozer in Delhi Seelampur: नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाके सीलमपुर में भी अतिक्रमण हटाया जाएगा. लेकिन यह आज नहीं हो सकेगा क्योंकि MCD को पुलिस फोर्स नहीं मिली है.

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दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में 2 दिन पहले बुलडोजर पहुंचने के बाद भीड़ लग गई थी. (File Photo)
दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में 2 दिन पहले बुलडोजर पहुंचने के बाद भीड़ लग गई थी. (File Photo)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने दी कार्रवाई की जानकारी
  • खुली रोड के लिए लोगों की शिकायत आई- अग्रवाल

Bulldozer in Delhi Seelampur: दिल्ली में अतिक्रमण हटाने की जो कार्रवाई सीलमपुर में होनी थी, वह आज नहीं हो पाई. पुलिस फोर्स नहीं मिलने के चलते आज वहां बुलडोजर नहीं चलाने का फैसला किया गया है. हालांकि, द्वारका और लोधी रोड में बुलडोजर एक्शन में दिखा और वहां अतिक्रमण हटाया गया.

बता दें कि ईस्ट दिल्ली के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने आज कहा था कि सीलमपुर में भी बुलडोजर चलाया जाएगा. श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा था कि जब जहांगीरपुरी में बुलडोजर चला था, तब लोगों की शिकायतें आनी शुरू हुई थी. लोगों को खुले रोड़ चाहिए. कल हमने नंद नगरी और सुंदर नगरी में बुलडोजर चलाया था. आज न्यू सीलमपुर में ऐसे ही अतिक्रमण हो हटाया जाएगा.

इससे पहले 9 मई को दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में अतिक्रमण हटाने पहुंचा बुलडोजर वहां खानापूर्ति कर वापस लौट गया था. MCD कर्मचारियों ने वहां सिर्फ एक बिल्डिंग के बाहर लगी लोहे की रॉड्स को हटाया था, जो वहां रेनोवेशन के काम के लिए लगाई गई थीं. अतिक्रमण हटाने पहुंचे बुलडोजर के चलते शाहीन बाग में भारी हंगामा हुआ था. कुछ स्थानीय नेता और लोग वहां MCD के बुलडोजर के आगे बैठ गए थे और उन्होंने MCD और बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी.

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बता दें कि दिल्ली का प्रशासन पिछले कुछ दिनों से लगातार अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रहा है. इसके तहत दिल्ली के कुछ खास इलाकों को चुना गया है. इन क्षेत्रों में दिन के हिसाब से पहुंचकर टीम अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई को अंजाम दे रही है.

इससे पहले बीजेपी नेता ने विवादित बयान देते हुए जहांगीरपुरी, शाहीन बाग को मिनी पाकिस्तान कह दिया था. उन्होंने कहा था कि कहा इन इलाकों में न पुलिस जा सकती है न बुलडोजर, यहां जब संविधान भारत का नहीं मानते तो इसे क्या मिनी पाकिस्तान न कहें?

 

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