भीमा कोरेगांव से जुड़े मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जवाब तलब किया है. इस केस में गौतम नवलखा की जमानत अर्जी के बाद जांच एजेंसी को नोटिस भेजा गया है. नवलखा मेडिकल ग्राउंड पर जमानत की मांग कर रहे हैं. नवलखा फिलहाल दिल्ली के तिहाड़ की जेल नंबर तीन में बंद हैं.
एक्टिविस्ट ने अपनी याचिका में कहा है कि वह एक वरिष्ठ नागरिक हैं जो कॉलोनिक पॉलीपोसिस, क्रोनिक गैस्ट्रिटिस और लैक्टोज की समस्या से पीड़ित हैं. हाल ही में सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि वो उच्च रक्तचाप से भी पीड़ित हैं. इसकी वजह से उनके लिए बीमारी का संकट बढ़ जाता है. याचिका में कहा गया है कि जेल में जैसा महौल होता है उसमें गौतम नवलखा कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं. अब इस मामले में 27 मई को सुनवाई होगी.
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असल में, गौतम नवलखा ने इसी साल अप्रैल में राष्ट्रीय जांच एजेंसी के सामने आत्मसमर्पण किया था. नवलखा को उस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया था. उन्हें 2018 के भीमा कोरेगांव दंगे में कथित संलिप्तता को लेकर अवैध गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत आरोपी बनाया गया है.
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बता दें कि नवलखा उन पांच मानवाधिकार कायकर्ताओं में से एक हैं जिन्हें माओवादियों के साथ कथित संबंधों और भीमा कोरेगांव हिंसा में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया था. हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान कर दिया.
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