अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) के गठन के साल भर पूरे होने से पहले ही उसमें फूट पड़ती नजर आ रही है. ‘आप’ के नेता अशोक अरोड़ा की अगुवाई में कार्यकर्ताओं के एक समूह ने पार्टी में विरोध का झंडा बुलंद करते हुए ‘भारतीय आम आदमी परिवार’ (बाप) पार्टी बना ली है.
जब इस बारे में ‘आप’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और प्रवक्ता मनीष सिसौदिया से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘ऐसा सुनने में आया है कि कुछ कार्यकर्ताओं ने मिलकर एक पार्टी बना ली है. वे टिकट नहीं मिलने से नाराज थे. उन्हें समझना चाहिए कि ‘आप’ की स्क्रीनिंग समिति ने उम्मीदवारों का चयन किया है, जिन्हें योग्य पाया गया उन्हें टिकट दिया गया.’ सिसौदिया ने कहा कि अलग हुए कार्यकर्ताओं की नाराजगी खत्म करने के लिए ‘आप’ की ओर से कोशिश जारी है. उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव को बागी कार्यकर्ताओं से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
‘आप’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने बताया कि नाराज हुए कार्यकर्ताओं की शिकायतें कई बार सुनी जा चुकी हैं. उन्होंने कहा कि उम्मीदवार चुनने की प्रक्रिया किसी खास शख्स की मर्जी से नहीं बल्कि पार्टी के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में तय की गयी थी. बहरहाल, बागी कार्यकर्ताओं के अगुवा माने जा रहे अशोक अरोड़ा से संपर्क करने की कोशिश सफल नहीं हो पायी.
‘आप’ के बागी कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व के विरोध में जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन भी किया.