अस्पताल में डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं. नया मामला दिल्ली के वाल्मिकी अस्पताल का है, जहां एक मरीज ने जल्दी इलाज के लिए डॉक्टर को थप्पड़ जड़ दिया. इस बात की एफआईआर करने पर भी पुलिस ने जब कोई कार्रवाई नहीं की तो डॉक्टरों ने हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया.
दिल्ली के महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में डॉक्टरों के साथ मरीजों ने बेशक मारपीट की, मगर सरकार और पुलिस ने वक्त रहते किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की, इससे नाराज रेजिडेंट डॉक्टरों की एसोसिएशन ने शुक्रवार से स्ट्राइक पर जाने की घोषणा कर दी. लिहाजा सरकार ने आनन फानन में डॉक्टरों के साथ बैठक कर शुक्रवार से दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में होने वाली इस हड़ताल को टाल दिया है.
हालांकि डॉक्टर एसोसिएशन FORDA अपने हड़ताल का फैसला टालने के बावजूद, सरकारी आश्वसन से खुश और सन्तुष्ट नजर नहीं आ रहा है. FORDA के सचिव डॉक्टर सुनील अरोड़ा ने बताया कि सरकार को हमारी कद्र नहीं है. हर घटना के बाद सिर्फ वादा कर दिया जाता है. ऐसे में एसोसिएशन देखेगा कि कल के बाद उसे क्या करना है.
वहीं, दूसरी ओर महर्षि बाल्मीकि अस्पताल में पिछले 4 दिनों से हड़ताल जारी रही और मरीज परेशान रहे. दरअसल, 4 दिन पहले दिल्ली के बवाना क्षेत्र में मौजूद महर्षि बाल्मीकि अस्पताल में एक महिला को छाती में दर्द की शिकायत थी और तीमारदार उसे अस्पताल लेकर आए. उस वक्त अस्पताल के डॉक्टर दूसरे मरीजों को देख रहे थे.
महिला के दर्द को देखते हुए उसके परिजनों ने जब डॉक्टर से जल्दी करने को कहा तो डॉक्टर ने थोड़ा इंतजार करने की बात कही. इस पर मरीज के परिजन भड़क गए और डॉक्टर से गाली गलौज करने लगे. मामला इतना बढ़ गया कि हाथापाई की नौबत आ गई और मरीज ने डॉक्टर को थप्पड़ भी जड़ दिया.
डॉक्टरों ने इसकी शिकायत पुसिल में की, लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई. ऐसे में डॉक्टरों का आरोप है कि एफआईआर दर्ज करने के बावजूद और 4 दिन बीत जाने के बाद भी मरीज को गिरफ्तार नहीं किया गया. डॉक्टरों ने पुलिस को वो CCTV फुटेज भी सौंप दिया है, जिसमें महिला डॉक्टर को थप्पड़ जड़ रही है.
अब डॉक्टरों का कहना है कि कल से आसपास के अस्पतालों के डॉक्टर भी इनका साथ देंगे और आसपास के दूसरे सरकारी अस्पतालों में भी हड़ताल होगी. डॉक्टरों का आरोप है कि उन्हें न तो विभाग का सहयोग मिल रहा है और न ही पुलिस का. अब इस झगड़े में सैकड़ों मरीज परेशान हैं. मरीजों को अस्पताल से इलाज नहीं मिल पा रहा है. यहां 4 दिन से हड़ताल जारी है.
इस मामले में अस्पताल की एमएस ने बताया कि इस मामले में FIR दर्ज हो चुकी है, पर डॉक्टर उस मरीज की गिरफ्तारी पर अड़े हैं और हड़ताल पर हैं. साथ में बताया कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने खुद इस मामले में पुलिस से बात की है और कार्रवाई हो रही है. मगर डॉक्टर्स का साफ तौर पर कहना है कि अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वो दोबारा हड़ताल पर जा सकते हैं.