तालिबान ने जैसे ही अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जमाया वैसे ही पुरानी दिल्ली के खारी बावली मार्केट में इसका असर देखने को मिलना शुरू हो गया. एशिया की सबसे बड़ी ड्राई फ्रूट्स और मसालों की मार्केट खारी बावली में अफगान से आने वाले तमाम ड्राई फ्रूट्स के दाम आसमान छूने लगे हैं. होलसेल की इस सबसे बड़ी मार्केट में तमाम कारोबारी चिंता में हैं कि कही इसकी वजह से उनका व्यापार खत्म ना हो जाए.
अफगानिस्तान में बिगड़े हालात, भारत के व्यापारी क्यों दुखी?
वहां जिस तरह के हालात बने हुए हैं उसे देखते हुए ड्राई फ्रूट्स का कारोबार करने वाले कई कारोबारियों ने दाम बढ़ाने शुरू भी कर दिए हैं. अगर यही हालात रहे तो आने वाले दिनों में ड्राई फ्रूट्स के दाम लोगों को इसकी पहुंच से कोसो दूर सकते हैं.
फेस्टिवल सीजन नजदीक है, राखी, जन्माष्टमी, नवरात्री और उसके बाद दिवाली है. इन फेस्टिवल के दौरान पिसता, बादाम, किशमिश के दामों में खास बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है और अगर जल्द हालात नहीं सुधरे तो दाम और बढ़ेंगे बादाम के रेडमी अभी से 300 से 400 रुपए तक बढ़ गए हैं. इसके अलावा बाकी चीजें किशमिश पिस्ता के दाम भी धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं.
अफ़गानिस्तान के मौजूदा हालात का असर जम्मू में ड्राई फ्रूट्स के व्यापारियों पर भी पड़ रहा है। कीमतों में इज़ाफ़े से लेकर आयात तक, किस तरह से व्यापार प्रभावित हो रहा है, जानिए @sunilJbhat की इस ग्राउंड रिपोर्ट में#ReporterDiary #Afghanistan #Jammu #Trade pic.twitter.com/W0QDAh2J2F
— AajTak (@aajtak) August 17, 2021
आसमान छूने लगे ड्राई फ्रूट्स के दाम
खारी बावली सर्व व्यापार संगठन के पूर्व अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह चौहान की मानें तो बाजार में अभी से 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा शुरू हो चुका है. सत्येंद्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में अगर काबुल के यही हालात रहे तो ड्राई फ्रूट्स के दामों में 50% तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है क्योंकि जिस तरह की परिस्थिति है उसके चलते कोल्ड स्टोरेज में जितना भी माल है उसमें 300 से ₹400 तक की बढ़ोतरी हो गई है.
सत्येंद्र यह भी बताते हैं कि काबुल से बदाम गिरी आती है. बदाम गिरी त्योहारों में लोग अपने घरों में इस्तेमाल करते हैं. पिछले दिनों जो बदाम गिरी 650 रुपये बिकी थी, अब उसकी कीमत ₹950 तक पहुंच गई है. इसके अलावा मुनक्का के दामों में भी तेजी देखी जा रही है.
ऐसे में आने वाले दिनों में लोगों के लिए ड्राई फ्रूट्स खरीदना भी टेढ़ी खीर साबित होने वाला है. अगर ऐसे ही दाम बढ़ते रहे तो लोग त्योहारों के मौसम में भी ड्राई फ्रूट खरीदने से बचेंगे और अगर माल नहीं बिका तो बड़े स्तर पर व्यापिरयों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.