तिहाड़ जेल में सीएम केजरीवाल को इंसुलिन न दिए जाने के मुद्दे पर राजनीति बढ़ती जा रही है. आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता और नेता आज तिहाड़ के बाहर इंसुलिन की खुराक लेकर जेल प्रशासन के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए. AAP नेताओं ने तिहाड़ जेल अधिकारियों से सीएम केजरीवाल को इंसुलिन उपलब्ध कराने को कहा.
आम आदमी पार्टी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल के अंदर "धीमी मौत" की ओर धकेला जा रहा है और सवाल किया कि अधिकारी उन्हें इंसुलिन देने से क्यों मना कर रहे हैं. हालांकि, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस दावे को खारिज कर दिया, उन्होंने केजरीवाल के आहार और इंसुलिन की जरूरत पर जेल अधिकारियों की रिपोर्ट का हवाला दिया.
आजतक से बात करते हुए दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी ने भाजपा, एलजी हाउस और तिहाड़ जेल प्रशासन पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल पिछले 30 साल से मधुमेह के रोगी हैं और उनका शुगर लेवल 300 से ऊपर है. डॉक्टरों का कहना है कि केवल इंसुलिन ही उनके शुगर को नियंत्रित कर सकता है, लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन सीएम को इंसुलिन उपलब्ध नहीं करा रहा है. वे सीएम के खिलाफ साजिश कर रहे हैं.
जब उनसे पूछा गया कि भाजपा कह रही है कि तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अधीन है और आम आदमी पार्टी नाटक कर रही है, तो उन्होंने कहा कि अदालत में तिहाड़ जेल प्रशासन का प्रतिनिधित्व कौन कर रहा है, एलजी हाउस के वकील ने तिहाड़ जेल प्रशासन का प्रतिनिधित्व किया, दिल्ली सरकार के किसी वकील ने जेल का प्रतिनिधित्व नहीं किया. उन्होंने कहा कि बानी दीक्षित और योगेंद्र हांडू ने जेल का प्रतिनिधित्व किया, इसका मतलब है कि वे एलजी हाउस और भाजपा के वकील हैं.
बता दें कि AAP कार्यकर्ता आज सीएम के लिए इंसुलिन की मांग करते हुए तख्तियां पकड़े हुए थे. AAP नेताओं के अनुसार जब तक सीएम को इंसुलिन और मधुमेह का इलाज नहीं मिल जाता, तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे. दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए अरविंद केजरीवाल को टाइप-2 मधुमेह है और न्यायिक हिरासत में उनके रक्त शर्करा के स्तर में कथित तौर पर उतार-चढ़ाव हो रहा है.