दिल्ली में MCD चुनावों को लेकर सभी पार्टियां जबरदस्त तैयारी में जुटी हैं. फिलहाल MCD पर भाजपा पिछले 15 सालों से काबिज है. ऐसे में इस बार आम आदमी पार्टी की कोशिश है कि भाजपा को हराकार वो चुनाव जीतें. इसके लिए आम आदमी पार्टी ने थीम सॉन्ग भी लॉन्च किया है.
इसकी लॉन्चिंग के लिए पार्टी दफ्तर में राज्य के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे. उनकी मौजूदगी में ही ये थीम सॉन्ग लॉन्च किया गया. इस गाने को AAP विधायक दिलीप पांडे ने ही गाया है. बता दें कि आम आदमी पार्टी द्वारा रिलीज किया गया यह थीम सॉन्ग कूड़े की समस्या पर ही आधारित है.
MCD चुनावों के लिए AAP ने लॉन्च किया थीम सॉन्ग
इस दौरान पीछे पोस्टर लगाया गया जिसमें पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल का फोटो लगा हुआ था और लिखा था कि MCD में भी केजरीवाल. लॉन्चिंग कार्यक्रम में मनीष सिसोदिया ने कहा कि हर तरफ एक ही गूंज सुनाई दे रही है, 'MCD में भी केजरीवाल'. उन्होंने कहा दिल्ली की जनता भारतीय जनता पार्टी से दुखी है. यहां उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने एक बार केजरीवाल जी को मौका दिया तो दिल्ली में स्कूल ठीक हो गए, अस्पताल ठीक हो गए, तीर्थ यात्राएं शानदार हो गईं, महिलाओं के लिए बसों में यात्रा फ्री हो गई.
BJP पर हमलावर दिखे मनीष सिसोदिया
कार्यक्रम के दौरान भाजपा पर हमला बोलते हुए आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि जहां दूसरी ओर भाजपा को मौका दिया गया तो दिल्ली की जनत को सिर्फ कूड़े का पहाड़ ही मिला. लोगों को गली-गली में कूड़े के ढेर मिले, गली-गली में आवारा पशुओं की गिनती बढ़ी. इस दौरान पेट्रोल और डीजल को GST के दायरे में लाने के हरदीप पुरी के बयान पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैंने तो पहले ही लिख दिया था कि दिल्ली से हम तो चाहते हैं कि GST के दायरे में पेट्रोल/डीजल को लाया जाए. तब भी बीजेपी के नेताओं ने विरोध किया था. तब से बीजेपी के नेता विरोध करते हुए आ रहे हैं.
4 दिसंबर को दिल्ली में वोटिंग
इस गाने के बोल कुछ ऐसे हैं, 'जनता की तैयारी है, केजरीवाल की बारी है'. बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया अब बंद हो गई है. नाम दाखिल कर चुके उम्मीदवार 19 नवंबर तक अपना नाम वापस ले सकते हैं. राज्य में 4 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे, तो वहीं 7 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.
गौरतलब है कि एकीकृत होने के बाद दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों पर चुनाव होगा. इससे पहले दिल्ली नगर निगम तीन भागों में बंटा हुआ था और कुल 272 वार्ड थे. लेकिन नए परिसीमन में वार्ड की संख्या घटाकर 272 से 250 कर दी गई है.