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दिल्ली: AAP के लीगल हेड पर BCI की कार्रवाई, दिल्ली बार काउंसिल उपाध्यक्ष पद से हटाए गए

भारतीय विधिज्ञ परिषद (BCI) ने संजीव नासियार को उनकी कानून की डिग्री की प्रामाणिकता की जांच पूरी होने तक दिल्ली विधिज्ञ परिषद के उपाध्यक्ष के पद से हटा दिया है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

भारतीय विधिज्ञ परिषद (BCI) ने संजीव नासियार को उनकी कानून की डिग्री की प्रामाणिकता की जांच पूरी होने तक दिल्ली विधिज्ञ परिषद के उपाध्यक्ष के पद से हटा दिया है. आम आदमी पार्टी (आप) के विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नासियार ने देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय, इंदौर से कानून की डिग्री प्राप्त की है.

बीसीआई ने रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा, 'बीसीआई द्वारा गठित उप-समिति ने गहन जांच के बाद निष्कर्ष निकाला है कि संजीव नासियार की एलएलबी (ऑनर्स) डिग्री की प्रामाणिकता अत्यधिक संदिग्ध है.'

इसमें कहा गया है कि बीसीआई की आम परिषद ने समिति की रिपोर्ट को स्वीकार करने का संकल्प लिया है और बीसीआई सचिव को निर्देश दिया गया है कि वह सीबीआई से संपर्क कर डिग्री की प्रामाणिकता की जांच करने का अनुरोध करें.

बीसीआई सचिव श्रीमंतो सेन द्वारा साइन किए गए विज्ञप्ति में कहा गया है, 'जांच के परिणाम आने तक संजीव नासियार को दिल्ली विधिज्ञ परिषद के उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है.' विज्ञप्ति में कहा गया है कि कानूनी पेशे की शुचिता और गरिमा की रक्षा करने तथा उसमें जनता का विश्वास सुनिश्चित करने के लिए यह कदम आवश्यक था.

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विज्ञप्ति में कहा गया, 'बीसीआई कानूनी पेशे की प्रतिष्ठा और सम्मान को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और इसकी शुचिता को बनाए रखने के अपने संकल्प में दृढ़ है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल नैतिकता और योग्यता के उच्चतम मानकों को पूरा करने वाले लोगों को ही भारत में वकालत करने की अनुमति दी जाए.'

आम आदमी पार्टी ने जताया विरोध
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली बार काउंसिल के उपाध्यक्ष पद से नसियार को हटाने के बीसीआई के फैसले का कड़ा विरोध किया है. आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीसीआई ने डेढ़ साल पुरानी हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाई गई शिकायत को सीबीआई को भेजकर नसियार को उनके पद से हटा दिया है. 

पाठक ने कहा, 'आप संजीव नसियार के खिलाफ की गई कार्रवाई का कड़ा विरोध करती है और बीसीआई से अपने मनमाने आदेश को वापस लेने की मांग करती है.' पाठक ने आरोप लगाया कि न्याय सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार संस्था बीसीआई ने 'घोर अन्याय' किया है और नसियार को आप को उनके वैचारिक समर्थन के लिए दंडित किया है.

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