आम आदमी पार्टी (AAP) ने कृषि कानूनों के खिलाफ़ यूपी में महापंचायत के बाद अब हरियाणा के किसानों के बीच महापंचायत करने का एलान किया है. AAP नेता, सांसद, विधायक सड़क से संसद तक किसानों के समर्थन में प्रदर्शन भी कर चुके हैं. उधर अलग-अलग राज्यों से आए किसान करीब चार महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं.
आम आदमी पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि 'हरियाणा में तीनों किसान विरोधी काले बिलों को लेकर हो रहे अत्याचार के खिलाफ़ पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आगामी 4 अप्रैल को जींद के हुडा मैदान में महापंचायत में शामिल होंगे.'
हरियाणा में पार्टी के सहप्रभारी तथा राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि "पूरे देश में केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए काले कृषि कानूनों को लेकर लंबे समय से आंदोलन चल रहा है. किसान लगातार 4 महीनों से से टिकरी, सिंघु गाजीपुर बॉर्डरों पर अपनीं मांगों को लेकर बैठे हुए हैं. यहीं नहीं किसान अपनी इस लड़ाई में 2 डिग्री की सर्द रातों में भी सड़कों पर बैठे रहे. अब तक सैकड़ों निर्दोष किसानों की इस आंदोलन में जान भी जा चुकी है."
AAP सांसद ने अपने आरोप में केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि "केंद्र सरकार किसान विरोधी तीनों कानूनों को बिना किसानों से सलाह किए संसद में लाती है, उसके बाद असवैंधानिक तरीके से उन्हें पास भी कर देती है. इसका विरोध करने पर सरकार किसानों पर लाठी डंडो की बरसात करती है. यहीं नहीं सरकार अब तक सैकड़ों किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है. किसान आंदोलन को बदनाम करने की एवज में केंद्र सरकार ने अपने लोगों से 26 जनवरी 2021 को लालकिले पर एक सुयोजित ड्रामा भी करवाया."