दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल सरकार को ड्रामा और नौटंकी सरकार की उपाधि से नवाजा. दरअसल बीजेपी का पार्टी और केजरीवाल सरकार पर हमला तब हुआ जब दिल्ली सरकार के दो मंत्री कपिल मिश्रा और सत्येंद्र जैन बिना बताए उपराज्यपाल नजीब जंग से मिलने एलजी सचिवालय पहुंचे.
जंग ने सिसोदिया को बुलाया वापस दिल्ली
बीजेपी ने आरोप लगाया कि सरकार हर एक मुद्दे पर राजनीति करती है. बीजेपी ने पूछा कि जब डेंगू और चिकनगुनिया के मामले बढ़े तो फिर सरकार ने क्या किया? क्या कोई कैबिनेट की बैठक बुलाई या फिर आपसी सहमति की बात हुई? जब एलजी को लगा कि दिल्ली में चिकनगुनिया और डेगू ने कहर बरपा रखा है तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी नदारद रहे. इसी पर एलजी ने फैक्स भेजकर उन्हें वापस आने को कहा तो केजरीवाल सरकार के दो मंत्री एलजी सचिवालय पर ड्रामा करने पहुंच गए. बीजेपी ने केजरीवाल सरकार को नौटंकी सरकार करार दिया.
टंडन कमेटी की रिपोर्ट को ठहराया सही
तो वहीं बीजेपी ने केजरीवाल सरकार के विज्ञापन नीति पर सवाल उठाते हुए टंडन कमेटी की रिपोर्ट को सही ठहराया. बीजेपी ने साफ कहा कि आप सरकार ने सिर्फ पार्टी की छवि चमकाने के लिए जनता के पैसे से न सिर्फ दिल्ली में बल्कि आंध्र प्रदेश, उतर प्रदेश, कर्नाटक और पंजाब जैसे राज्यों में विज्ञापन पर करोड़ो खर्च किए.
'सबके लिए बराबर हों कायदे'
दरअसल केंद्र सरकार की एक कमेटी के मुताबिक केजरीवाल सरकार ने विज्ञापनों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन को फॉलो नहीं करने की रिपोर्ट दी है. इस मुद्दे को लेकर जहां पर दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि 'दिल्ली सरकार हो, बाकि राज्य सरकारें या केंद्र की सरकार सबके लिए कायदे बराबर होने चाहिए. सभी के विज्ञपान एक ही तराजू पर रखकर फैसला कर लो, किसी को क्या आपत्ति होगी. जो सारे राज्य की सरकारें अपने विज्ञपान के लिए करेंगी वही हम भी करेंगे.'
इसे लेकर बीजेपी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार किसी भी संवैधानिक संस्था को नहीं मानती और न ही वो कोर्ट को मानती है. उनका तो ये मानना है जो वो कहें वो सही है बाकी लोग गलत.'