scorecardresearch
 

20 हजार से ज्यादा भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ा, इंडियंस को बंधक बनाने की कोई जानकारी नहीं: MEA

विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया कि भारत की ओर से एडवाइजरी जारी होने के बाद से अब तक 20 हजार से अधिक भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ दिया है. शुरुआत में विदेश मंत्रालय के पास 20 हजार भारतीयों का रजिस्ट्रेशन था. पिछले 24 घंटे में 18 फ्लाइट्स से 4 हजार से अधिक भारतीयों को स्वदेश लाया गया है.

Advertisement
X
विदेश मंत्रायल के प्रवक्ता अरिंदम बागची. -फाइल फोटो
विदेश मंत्रायल के प्रवक्ता अरिंदम बागची. -फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पिछले 24 घंटे में 18 फ्लाइट्स भारतीयों को लेकर आई
  • कुल 48 उड़ानों से 10,348 लोग स्वदेश लौटे

यूक्रेन क्राइसिस (Ukraine crisis) को लेकर विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अबतक 20 हजार से ज्यादा भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि अब तक 48 फ्लाइट्स से 10,348 लोग स्वदेश लौट चुके हैं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक, अगले 24 घंटे में 16 उड़ानें भारतीयों को लेकर आएगी. वहीं पिछले 24 घंटे में पिछले 24 घंटे में 18 उड़ाने भारतीयों को लेकर आई है. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन गंगा में इंडियन एयरफोर्स के 4 विमान शामिल हैं.

अरिंदम बागची ने बताया कि खारकीव और सूमी से भारतीयों को लाने पर हमारा फोकस हैं. उन्होंने बताया कि खारकीव में करीब 300 भारतीय फंसे हुए हैं. हमने यूक्रेनी अफसरों से विशेष ट्रेन की मांग की थी. 

विदेश मंत्रालय ने बताया कि खारकीव में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने में जंग आड़े आ रही है. फिलहाल, भारतीयों को निकालने की पूरी कोशिश हो रही है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगर युद्धविराम हो जाए तो बेहतर होगा.

बागची ने बताया कि ऑपरेशन गंगा में इंडियन एयरफोर्स के चार विमान भी जुटे हुए हैं. उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय लगातार फ्लाइट्स शेड्यूल करना जारी रखेगा. उन्होंने बताया कि हमने यूक्रेन के अधिकारियों से विशेष ट्रेनों के लिए अनुरोध किया है. साथ ही 
आज बसें उपलब्ध होने की उम्मीद है.

Advertisement

बागची ने बताया कि पेसोचिन में 900 से 1000 भारतीय थे. अनुमान है कि खार्किव में 300 लोग बचे हैं, इससे कम भी हो सकते हैं. सूमी में करीब 700 छात्र हैं. बागची ने बताया कि मंत्रायल की ओर से 11,500 कॉलों का जवाब दिया गया है जबकि 9000 ईमेल का भी रिस्पांस दिया गया है. उन्होंने कहा कि हम अपने भारतीय छात्रों को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं, इसलिए भारत सरकार दोनों देशों की सरकार से युद्धविराम की अपील कर रही है. 

भारतीय छात्रों तक पहुंचने में आ रही दिक्कत

बागची ने बताया कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस की ओर से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लाने के लिए 130 बसें तैयार हैं. बसें जहां हैं वहां से भारतीय छात्र करीब 50-60 किमी दूर हैं. फिलहाल, उनतक पहुंचने में हमें दिक्कत आ रही है. उन्होंने बताया कि रूस की ओर से बसें तैनात करना अच्छा कदम है, लेकिन आखिर हम उनतक पहुंचे कैसे. बागची ने बताया कि हम भारतीय छात्रों के लगातार संपर्क में हैं.

बागची ने कहा कि अगर युद्धविराम होता है, तो हम छात्रों को पश्चिम में ला सकते हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल, IL76 एक विकल्प हो सकता है, लेकिन युद्ध वाले क्षेत्र में NOTAM है. उनकी अनुमति से फ्लाइट्स के जरिए बच्चों तक पहुंचा जा सकता है. 

Advertisement

बागची ने बताया कि एंबेसी लगातार घायल छात्र हरजोत सिंह के संपर्क में है. उन्होंने बताया कि भारत सरकार हरजोत के इलाज का खर्च उठाएगी. उन्होंने कहा कि फिलहाल हरजोत सुरक्षित हैं. 

भारतीयों को यूक्रेन में बंधक बनाए जाने पर बागची बोले...

बागची ने बताया कि करीब 2000 से 3000 भारतीय अभी भी यूक्रेन में फंसे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि यूक्रेन में भारतीयों को बंधक बनाए जाने की हमारे पास कोई जानकारी नहीं है. 

ये भी पढ़ें

 

Advertisement
Advertisement