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1971 के युद्ध के नायक रोहित सेठी की हत्‍या, पुलिस ने सुलझाई मर्डर मिस्‍ट्री

दिल्ली के पटेल नगर इलाके में हुए पूर्व आर्मी अफसर रोहित सेठी के कत्ल की गुत्‍थी दिल्ली पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. रोहित सेठी 1971 की जंग के नायक थे और वीर चक्र से नवाजे गए थे.

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1971 के युद्ध की यादगार तस्‍वीर...
1971 के युद्ध की यादगार तस्‍वीर...

दिल्ली के पटेल नगर इलाके में हुए पूर्व आर्मी अफसर रोहित सेठी के कत्ल की गुत्‍थी दिल्ली पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. रोहित सेठी 1971 की जंग के नायक थे और वीर चक्र से नवाजे गए थे.

कत्ल की इस गुत्थी को पुलिस ने 12 घंटे के भीतर ही सुलझा दिया. पुलिस के मुताबिक, कत्ल की साजिश रचने वाला कोई और नहीं, बल्कि रोहित सेठी के पीजी को संभालने वाला केयरटेकर रवि ही था. रवि ने इस साजिश में अपने तीन और साथियों को शामिल किया. इन सबने पूरी प्लानिंग के साथ कत्ल की इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया.

पुलिस रोहित सेठी के कत्‍ल के मामले में सुराग की तलाश में जुटी थी. तभी उसके हत्थे रोहित सेठी के पीजी की देखभाल करने वाला रवि चढ़ गया. पूछताछ में रवि ने पुलिस को बताया कि उसने साजिश के तहत अपने नाबालिग दोस्त को दो दिन पहले ही रोहित सेठी के घर बतौर नौकर रखवाया. रवि को यह मालूम था कि पूर्व आर्मी अफसर रोहित अपनी बुजुर्ग मां के साथ घर में अकेले रहते थे. उसे यह भी मालूम था कि घर में कौन-सा सामान कहां-कहां रखा हुआ है. साजिश के तहत ही रवि ने जब नाबालिग को घर में खाना बनाने का काम दिलवाया और साजिश के तहत ही उसने नाबालिग की फोटो और पहचान पत्र रोहित सेठी को नहीं दिया.

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इसके बाद बुधवार रात रवि और नाबालिग नौकर केमिस्ट की दुकान से नींद की दवा लेकर घर पहुंचे. नाबालिग नौकर ने रोहित सेठी के खाने में नींद की दवा मिलाकर उन्हें बेहोश कर दिया. इसके बाद पीछे के दरवाजे से बाकी के साथी अरुण, रवि और पिंटू को घर में दाखिल करवाने के बाद तकिए से रोहित सेठी का दम तब घोट दिया, जब वो नींद की गोली की वजह से सो रहे थे.

इतना ही नहीं, पहले से प्लानिंग के तहत इन लोगों ने दूसरे कमरे में मौजूद रोहित की मां का दरवाजा बाहर से बंद कर इस वारदात को अंजाम दिया.

फिलहाल पुलिस इन सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है. इस वारदात ने एक बार फिर भरोसे का कत्ल किया है.

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