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परिवार को बचाया लेकिन शख्स ने गंवाई जान, 5 सालों में 300 लोगों को मार चुके हैं हाथी

छत्तीसगढ़ के जशपुर में हाथी ने हमला कर 55 साल के शख्स की जान ले ली, इतना ही नहीं हाथी ने कई कच्चे घरों को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. लोगों को हाथी से जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की तरफ भागना पड़ा. इसी दौरान शख्स ने अपने परिवार को तो भेज दिया लेकिन खुद नहीं भाग पाया जिसके बाद हाथी ने उसे रौंद दिया.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

छत्तीसगढ़ के जशपुर में हाथी ने 55 साल के एक व्यक्ति की जान ले ली. हाथी ने उस शख्स को कुचल दिया जिससे उसकी मौत हो गई. वन विभाग के अधिकारियों ने कहा, घटना नारायणपुर थाना क्षेत्र के डुमरडांड गांव में हुई.

शुरुआती जानकारी के मुताबिक एक हाथी अपने झुंड से बिछड़ कर गांव में घुस आया और मिट्टी के घरों को नुकसान पहुंचाने लगा. हाथी के हमले की आशंका को देखते हुए जगरनाथ नाम के व्यक्ति ने परिवार के अन्य सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया. हालांकि वो खुद समय रहते वहां से नहीं भाग पाया और जंगली हाथी ने उसे अपनी सूंड से पकड़ लिया और बाद में कुचल दिया.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक सूचना के बाद वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. उन्होंने कहा, हाथी ने गांव में 10 से 12 कच्चे घरों (बिना सीमेंट वाले) को तोड़ दिया. अधिकारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों को 25,000 रुपये की तत्काल  मदद दी गई है.

5 सालों में 300 लोगों की जान ले चुके हैं हाथी

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बता दें कि छत्तीसगढ़ में खास तौर पर उत्तरी हिस्से में इंसानों पर हाथियों का हमला बीते एक दशक से चिंता का प्रमुख कारण रहा है. सरगुजा, जशपुर, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर और बलरामपुर ऐसे जिले हैं जहां हाथियों के हमले का सबसे ज्यादा डर बना रहता है. वन विभाग के अनुसार, पिछले पांच सालों में राज्य में हाथियों के हमलों में 300 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.

 

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