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'छत्तीसगढ़ को हर महीने कोरोना वैक्सीन की एक करोड़ डोज मिले', CM बघेल ने PM को लिखी चिट्ठी

सीएम बघेल ने दावा किया है कि प्रदेश की 37 फीसदी आबादी को दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी है जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है.

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भूपेश बघेल (फाइल फोटो)
भूपेश बघेल (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सीएम बघेल को समीक्षा बैठक में बोलने का नहीं मिला था मौका
  • भूपेश बघेल ने बताया- क्यों प्रभावित हो रहा वैक्सीनेशन अभियान 

कोरोना वायरस से जंग में अधिक से अधिक वैक्सीनेशन पर सरकारों का जोर है. केंद्र सरकार की ओर से ये दावा किया जाता रहा है कि कहीं भी वैक्सीन की कमी नहीं है. केंद्र सरकार के दावे के विपरीत समय-समय पर वैक्सीन की कमी के मामले सामने आते रहे हैं. अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में वैक्सीन की कमी का दावा किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी है.

छत्तीसगढ़ के सीएम ने पीएम को लिखी चिट्ठी में ये मांग की है कि राज्य को हर महीने एक करोड़ वैक्सीन की डोज दी जाए. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भूपेश बघेल ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद चिट्ठी लिखी. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में हर महीने वैक्सीन की एक करोड़ डोज और सिरिंज उपलब्ध कराने की मांग की है.

भूपेश बघेल ने अपने पत्र में समीक्षा बैठक के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है. साथ ही ये भी कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार को अपना पक्ष रखने का मौका नहीं मिला, इसलिए वे लिखित तौर पर अपना पक्ष रख रहे हैं. उन्होंने लिखा है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई मीटिंग के दौरान दिखाए गए प्रेजेंटेशन में सीजी टीका पोर्टल के माध्यम से राज्य में शुरू में किए गए टीकाकरण के आंकड़ों का उल्लेख नहीं किया गया था. इस पोर्टल के जरिए 12 लाख से अधिक पहली और करीब 29 हजार दूसरी डोज लगाई जा चुकी है.

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भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी में ये बताया है कि छत्तीसगढ़ में 1 करोड़ 60 लाख 54 हजार 152 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है. 73 लाख 72 हजार 344 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी है. सूबे की कुल पात्र आबादी में से 80 फीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है. सीएम बघेल ने दावा किया है कि प्रदेश की 37 फीसदी आबादी को दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी है जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है.

उन्होंने अपने पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की ओर से सूबे में वैक्सीन की कमी का जिक्र करते हुए कहा है कि पहली डोज के लिए वैक्सीन बिल्कुल है ही नहीं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने भी इसकी तरफ इशारा किया था कि 38 लाख 82 हजार 646 लोगों को दूसरी डोज लगाने का समय पूरा हो गया था लेकिन राज्य में केवल 31 लाख 93 हजार 735 डोज ही उपलब्ध थे. सिरिंज की भी कमी है जिसकी वजह से अभियान प्रभावित हो रहा है.

 

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